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महसा अमिनी की मौत पर भड़की ईरानी महिलाएं, कटवाए बाल, जलाए हिजाब

22 वर्षीय महसा अमिनी की मौत के बाद अब ईरान में महिलाएं सड़कों पर उतर आई हैं. यहां ईरानी महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने अपने बाल काट लिए और हिजाब जलाकर महिलाओं के लिए हिजाब अनिवार्यता का विरोध किया.

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Published : Sep 19, 2022, 4:17 PM IST

Updated : Sep 19, 2022, 5:41 PM IST

तेहरान : कथित तौर पर हिजाब पहनने के नियमों का पालन नहीं करने के आरोप में नैतिकता पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के कुछ दिनों बाद एक 22 वर्षीय महसा अमिनी की मौत के बाद अब ईरान में महिलाएं सड़कों पर उतर आई हैं. यहां ईरानी महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू (Iranian women protest) कर दिया है, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने अपने बाल काट लिए और हिजाब जलाकर महिलाओं के लिए हिजाब अनिवार्यता का विरोध किया.

ईरानी पत्रकार और कार्यकर्ता मसीह अलीनेजाद ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर महिलाओं के बाल काटते हुए एक वीडियो साझा किया और लिखा, “हिजाब पुलिस द्वारा #Mahsa_Amini की हत्या के विरोध में ईरानी महिलाएं अपने बाल काटकर और हिजाब जलाकर अपना गुस्सा दिखा रही हैं.”

  • Iranian women show their anger by cutting their hair and burning their hijab to protest against the killing of #Mahsa_Amini by hijab police.
    From the age of 7 if we don’t cover our hair we won’t be able to go to school or get a job. We are fed up with this gender apartheid regime pic.twitter.com/nqNSYL8dUb

    — Masih Alinejad 🏳️ (@AlinejadMasih) September 18, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उन्होंने कहा, “सात साल की उम्र से अगर हम अपने बालों को नहीं ढकते हैं, तो हम स्कूल नहीं जा पाएंगे या नौकरी नहीं मिलेगी. हम इस लैंगिक रंगभेद व्यवस्था से तंग आ चुके हैं.” एक अन्य ट्वीट में, एक ईरानी पत्रकार ने तेहरान विश्वविद्यालय से तस्वीरें साझा कीं, जिसमें दावा किया गया कि छात्र “हिजाब पुलिस” के हाथों महसा अमिनी की मौत के विरोध में शामिल हुए थे. उसने यह भी कहा कि ईरानी नाराज थे.

  • Women of Iran-Saghez removed their headscarves in protest against the murder of Mahsa Amini 22 Yr old woman by hijab police and chanting:

    death to dictator!

    Removing hijab is a punishable crime in Iran. We call on women and men around the world to show solidarity. #مهسا_امینی pic.twitter.com/ActEYqOr1Q

    — Masih Alinejad 🏳️ (@AlinejadMasih) September 17, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

अलीनेजाद ने एक ट्वीट में कहा, “कल सुरक्षा बलों ने साघेज शहर में प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाईं लेकिन अब तेहरान विरोध में शामिल हो गया.” ट्वीट्स की एक श्रृंखला में, अलीनेजाद ने एक और वीडियो साझा किया और कहा कि दूसरे दिन, “बहादुर महिलाओं” ने सड़कों पर धावा बोला और नारे लगाए. “डरो मत, हम सब एक हैं.” उसने यह भी कहा कि सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाईं, जिनमें से कुछ घायल हो गए, लेकिन यह लोगों को गलत काम के खिलाफ बोलने से नहीं रोकता है.

चश्मदीदों ने कहा कि महसा अमिनी को मंगलवार को तेहरान में गिरफ्तारी के दौरान पुलिस वैन के अंदर पीटा गया था. पुलिस ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि अमिनी को अचानक दिल का दौरा पड़ा. हाल के हफ्तों में ईरान में अधिकारियों द्वारा महिलाओं के खिलाफ क्रूरता की रिपोर्ट की श्रृंखला में यह एक और वारदात है. अमिनी के परिवार का कहना है कि वह एक स्वस्थ युवा महिला थीं. उसे कोई ऐसी बीमारी नहीं थी कि अचानक दिल का दौरा पड़ जाए. हालांकि, उन्हें सूचित किया गया कि गिरफ्तारी के कुछ घंटों बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया था. परिवार ने कहा कि शुक्रवार को उनकी मृत्यु से पहले वह कोमा में थीं. तेहरान पुलिस ने कहा कि अमिनी को हिजाब के बारे में शिक्षित करने के लिए गिरफ्तार किया गया था.

पढ़ें : ईरानः हिजाब न पहनने पर पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद 22 वर्षीय महसा अमिनी की मौत

तेहरान : कथित तौर पर हिजाब पहनने के नियमों का पालन नहीं करने के आरोप में नैतिकता पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के कुछ दिनों बाद एक 22 वर्षीय महसा अमिनी की मौत के बाद अब ईरान में महिलाएं सड़कों पर उतर आई हैं. यहां ईरानी महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू (Iranian women protest) कर दिया है, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने अपने बाल काट लिए और हिजाब जलाकर महिलाओं के लिए हिजाब अनिवार्यता का विरोध किया.

ईरानी पत्रकार और कार्यकर्ता मसीह अलीनेजाद ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर महिलाओं के बाल काटते हुए एक वीडियो साझा किया और लिखा, “हिजाब पुलिस द्वारा #Mahsa_Amini की हत्या के विरोध में ईरानी महिलाएं अपने बाल काटकर और हिजाब जलाकर अपना गुस्सा दिखा रही हैं.”

  • Iranian women show their anger by cutting their hair and burning their hijab to protest against the killing of #Mahsa_Amini by hijab police.
    From the age of 7 if we don’t cover our hair we won’t be able to go to school or get a job. We are fed up with this gender apartheid regime pic.twitter.com/nqNSYL8dUb

    — Masih Alinejad 🏳️ (@AlinejadMasih) September 18, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उन्होंने कहा, “सात साल की उम्र से अगर हम अपने बालों को नहीं ढकते हैं, तो हम स्कूल नहीं जा पाएंगे या नौकरी नहीं मिलेगी. हम इस लैंगिक रंगभेद व्यवस्था से तंग आ चुके हैं.” एक अन्य ट्वीट में, एक ईरानी पत्रकार ने तेहरान विश्वविद्यालय से तस्वीरें साझा कीं, जिसमें दावा किया गया कि छात्र “हिजाब पुलिस” के हाथों महसा अमिनी की मौत के विरोध में शामिल हुए थे. उसने यह भी कहा कि ईरानी नाराज थे.

  • Women of Iran-Saghez removed their headscarves in protest against the murder of Mahsa Amini 22 Yr old woman by hijab police and chanting:

    death to dictator!

    Removing hijab is a punishable crime in Iran. We call on women and men around the world to show solidarity. #مهسا_امینی pic.twitter.com/ActEYqOr1Q

    — Masih Alinejad 🏳️ (@AlinejadMasih) September 17, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

अलीनेजाद ने एक ट्वीट में कहा, “कल सुरक्षा बलों ने साघेज शहर में प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाईं लेकिन अब तेहरान विरोध में शामिल हो गया.” ट्वीट्स की एक श्रृंखला में, अलीनेजाद ने एक और वीडियो साझा किया और कहा कि दूसरे दिन, “बहादुर महिलाओं” ने सड़कों पर धावा बोला और नारे लगाए. “डरो मत, हम सब एक हैं.” उसने यह भी कहा कि सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाईं, जिनमें से कुछ घायल हो गए, लेकिन यह लोगों को गलत काम के खिलाफ बोलने से नहीं रोकता है.

चश्मदीदों ने कहा कि महसा अमिनी को मंगलवार को तेहरान में गिरफ्तारी के दौरान पुलिस वैन के अंदर पीटा गया था. पुलिस ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि अमिनी को अचानक दिल का दौरा पड़ा. हाल के हफ्तों में ईरान में अधिकारियों द्वारा महिलाओं के खिलाफ क्रूरता की रिपोर्ट की श्रृंखला में यह एक और वारदात है. अमिनी के परिवार का कहना है कि वह एक स्वस्थ युवा महिला थीं. उसे कोई ऐसी बीमारी नहीं थी कि अचानक दिल का दौरा पड़ जाए. हालांकि, उन्हें सूचित किया गया कि गिरफ्तारी के कुछ घंटों बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया था. परिवार ने कहा कि शुक्रवार को उनकी मृत्यु से पहले वह कोमा में थीं. तेहरान पुलिस ने कहा कि अमिनी को हिजाब के बारे में शिक्षित करने के लिए गिरफ्तार किया गया था.

पढ़ें : ईरानः हिजाब न पहनने पर पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद 22 वर्षीय महसा अमिनी की मौत

Last Updated : Sep 19, 2022, 5:41 PM IST
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