नई दिल्ली : भाजपा सांसद विजयपाल सिंह तोमर ने कहा कि गन्ना किसानों की लागत का जो मूल्य इस बार सरकार ने तय किया है. वह इतिहास में पहली बार हुआ है कि किसानों को उनकी लागत के अनुसार दाम मिल रहा है. इससे पहले जितनी भी सरकारें थी. उनके दौर में किसानों को बहुत नुकसान हुआ.
भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष विजयपाल सिंह तोमर ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि आज सभी किसान फायदे में है. उन्होंने आरोप लगाया कि यूपीए सरकार ने गन्ना किसानों को खत्म कर दिया था, लेकिन मोदी सरकार आने के बाद गन्ना किसानों को फायदा पहुंचाने के लिए आयात बंद कर किया और निर्यात को बढ़ावा दिया. आज हमारे पास करीब 4000000 टन बफर स्टॉक है, जिससे किसानों को काफी फायदा पहुंचा है.
पिछले 9 महीनों से किसान लगातार आंदोलन पर बैठे हैं. इनमें गन्ना किसान बड़ी संख्या में मौजूद है. सरकार उन्हें क्यों नहीं मना पा रही. इस पर भाजपा सांसद ने कहा कि यह विपक्ष के द्वारा चलाया जा रहा आंदोलन है. किसान इस आंदोलन में शामिल नहीं है. कृषि कानून किसानों के लिए लाभकारी है. इसलिए किसान मोदी सरकार के पक्ष में हैं.
उन्होंने कहा कि किसानों को अलग-अलग पार्टियां चाहे वह कांग्रेस व हो सपा हो बसपा हो या अजीत सिंह की पार्टी हो उन्हें भरमा रहीं हैं और उनके कंधे पर बंदूक रखकर अपनी राजनीति कर रहीं हैं. उन्हें किसानों की चिंता नहीं है. यह आंदोलन पूरी तहर से विपक्ष द्वारा प्रायोजित है.
उन्होंने कहा कि सरकार ने कृषि कानूनों पर चर्चा करने के लिए विपक्ष से बार-बार आग्रह किया. लेकिन विपक्ष कभी भी इस पर चर्चा करने के लिए तैयार नहीं हुआ. तोमर ने कहा कि वास्तविक किसान मोदी सरकार के निर्णय से खुश हैं. गन्ना किसानों को मोदी सरकार ने फायदा पहुंचाया है. गन्ने का निर्यात बढ़ा है और यह फायदा सीधे-सीधे किसानों के हाथ में जा रहा है.
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यदि राजनीति हो रही है और किसान संगठन पांच सितंबर को सम्मेलन आयोजित करने जा रहे हैं. इस पर भाजपा सांसद ने कहा कि किसान समझ गया है कि यह आंदोलन अपने आप समाप्त हो जाएगा. किसान आंदोलन में आने के लिए तैयार नहीं है. यह राजनीति से प्रेरित एक आंदोलन है.