नई दिल्ली: नीरव मोदी के चाचा और पीएनबी घोटाले में आरोपी मेहुल चोकसी को इंटरपोल ने अपने रेड नोटिस से हटा दिया है. भारत ने उसे भगोड़ा घोषित कर रखा है. दरअसल जब कोई आर्थिक अपराधी या अन्य अपराधी देश छोड़कर भाग जाता है तो सरकार रेड कॉर्नर नोटिस जारी करती है, जिससे इंटरपोल की मदद से उस अपराधी को वापस लाकर सजा दी जा सके. इस लिस्ट में चोकसी अकेला नहीं है. लिस्ट में वह लोग भी शामिल हैं जो किसी न किसी तरह से देश के लिए खतरा हैं या जिन्होंने आर्थिक रूप से देश को नुकसान पहुंचाया है. इसमें विजय माल्या, नीरव मोदी, जाकिर नाइक, नित्यानंद जैसे तमाम लोग शामिल हैं.
विजय माल्या : कारोबारी विजय माल्या पर 9,000 करोड़ से अधिक का बैंक कर्ज था. माल्या को भगोड़ा आर्थिक अपराधी (एफईओ) माना जाता है. विजय माल्या पर 17 भारतीय बैंकों का अनुमानित 9,000 करोड़ रुपये बकाया है, उस पर देश में धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है. एयरलाइन किंगफिशर के पतन के बाद कर्ज न चुका पाने पर वह 2016 में यूके भाग गया.
नीरव मोदी : जौहरी और डिजाइनर नीरव मोदी पर पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) से 14,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है. इसे भारतीय इतिहास के सबसे बड़े बैंकिंग फ्रॉड में से एक माना जाता है. मोदी ने भारत में मोती आयात करने के लिए फर्जी लेटर्स ऑफ अंडरटेकिंग (LoUs) का इस्तेमाल किया. बाद में पता चला कि फोर्ट, मुंबई में पीएनबी की ब्रैडी हाउस शाखा ने भी मोदी को एलओयू की पेशकश करते हुए नियमों का उल्लंघन किया. वह देश से फरार है, जिसे भगोड़ा घोषित किया गया है.
मेहुल चोकसी : मेहुल नीरव मोदी का चाचा है और पीएनबी घोटाले में पक्षकार. वह रिटेल ज्वैलरी फर्म गीतांजलि ग्रुप का मालिक था. उस पर मनी लॉन्ड्रिंग, क्रिमिनल ब्रीच ऑफ ट्रस्ट, करप्शन और क्रिमिनल कॉन्सपिरेसी के आरोप लगाए गए हैं. 2021 में वह देश से लापता हो गया और बाद में डोमिनिका में सामने आया. हालांकि हाल ही में इंटरपोल ने चोकसी के खिलाफ रेड नोटिस हटा दिया है.
ललित मोदी : ललित मोदी वह व्यक्ति है जिसने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को दुनिया के सामने पेश किया. प्रसारण के अधिकार देने में सुविधा शुल्क लेने का आरोपी है. घोटाला तब हुआ जब ललित आईपीएल कमिश्नर था. मीडिया अधिकारों की नीलामी के बाद तत्कालीन एमएसएम (मल्टी स्क्रीन मीडिया लिमिटेड, अब सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया) ने बीसीसीआई से संपर्क किया. इसने बताया कि इसने वर्ल्ड स्पोर्ट्स ग्रुप (WSG) मॉरीशस को IPL के प्रसारण के मीडिया अधिकार प्रदान किए थे. MSM ने यह भी कहा कि WSG ने 425 करोड़ रुपये सुविधा शुल्क के रूप में दिया था.125 करोड़ की रकम मॉरीशस के एक खाते में स्थानांतरित की गई थी.
जाकिर नाइक : विवादास्पद उपदेशक जाकिर नाइक को भगोड़ा घोषित किया गया है. जाकिर नाइक 2016 में देश छोड़कर भाग गया था. उस पर आरोप है कि देश विरोधी गतिविधियों के लिए लोगों को उकसा रहा था. उसके बहकावे में आकर भारत में कई आतंकी हमले हुए हैं.
नीशाल मोदी : नीशाल, नीरव मोदी का भाई है. वह पीएनबी घोटाले के आरोपियों में से एक है. 2018 में सीबीआई ने गृह मंत्रालय से उसे बेल्जियम से प्रत्यर्पित करने के लिए कहा, जहां वह नागरिक है. उसके बारे में कहा जाता है कि वह कई फर्जी संस्थाओं और एलओयू का लाभार्थी मालिक है.
नितिन जे संदेसरा और परिवार : संदेसरा गुजरात स्थित स्टर्लिंग बायोटेक का मालिक है. उसे आंध्रा बैंक से लिए गए 5,000 करोड़ रुपये के डिफॉल्ट के लिए एफईओ घोषित किया गया है. यह घोटाला 81,000 करोड़ रुपये का था. इस मामले में चेतन संदेसरा, दीप्ति संदेसरा और हितेश नरेंद्रभाई पटेल भी आरोपी हैं.
हाजरा इकबाल मेमन : गैंगस्टर इकबाल मिर्ची की विधवा हाजरा मेमन को 2021 में उसके बेटों आसिफ और जुनैद के साथ एफईओ घोषित किया गया था. मिर्ची को वांछित आतंकवादी दाऊद इब्राहिम का दाहिना हाथ माना जाता था. मेमन पर मुंबई में संपत्तियां खरीदने के लिए अवैध रूप से प्राप्त धन का उपयोग करने का आरोप लगाया गया है. ईडी ने मामले में उसकी संपत्ति कुर्क की थी. परिवार विदेश में रहता है, लेकिन उनका ठिकाना काफी हद तक अज्ञात है.
नित्यानंद : स्वघोषित धर्मगुरु और भगोड़ा नित्यानंद भी इस लिस्ट में है. नित्यानंद का दावा है कि उसने 2019 में 'यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलासा' नामक एक राष्ट्र की स्थापना की है. उसकी वेबसाइट के अनुसार, 30 से अधिक अमेरिकी समुदाय हैं जिन्होंने कैलासा के काल्पनिक राष्ट्र के साथ एक सांस्कृतिक गठबंधन किया है.
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