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Red Corner Notice Karanvir Singh: इंटरपोल ने खालिस्तानी नेता करणवीर सिंह के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया - बब्बर खालसा इंटरनेशनल सदस्य करणवीर सिंह

कनाडा में भारत के खिलाफ प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. ताजा घटनाक्रम में खालिस्तानी समर्थकों ने दूतावास के बाहर विरोध जताते हुए तिरंगा को जलाया.

Interpol issues Red Corner Notice against wanted Khalistani leader Karanvir Singh
इंटरपोल ने वांछित खालिस्तानी नेता करणवीर सिंह के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया
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By ANI

Published : Sep 26, 2023, 9:21 AM IST

नई दिल्ली: अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक पुलिस संगठन यानी इंटरपोल ने सोमवार को प्रतिबंधित आतंकवादी समूह बब्बर खालसा इंटरनेशनल के सदस्य करणवीर सिंह के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया. इंटरपोल ने खालिस्तानी नेता के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर इस संबंध में जानकारियों को अपडेट किया. खुफिया सूत्रों के अनुसार, माना जाता है कि सिंह पाकिस्तान में छिपा हुआ है. बताया जाता है कि खालिस्तान समर्थक आतंकवादी समूह बब्बर खालसा इंटरनेशनल का सदस्य था.

इंटरपोल पोर्टल के अनुसार करणवीर सिंह (38 ) मूल रूप से पंजाब के कपूरथला का रहने वाला है. इंटरपोल के अनुसार सिंह भारत में आपराधिक साजिश, हत्या, शस्त्र अधिनियम, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम से संबंधित अपराध, आतंकवादी कृत्यों के लिए धन जुटाने, साजिश और आतंकवादी गिरोह या संगठन का सदस्य होने आदि मामले में वांछित है.

रेड कॉर्नर नोटिस एक प्रकार का अनुरोध पत्र है. इसके तहत इसके सदस्य देशों से प्रत्यर्पण, आत्मसमर्पण संबंधी मामलों में कानूनी प्रक्रिया के तहत मदद की मांग की जाती है. इससे पहले इंटरपोल ने गैंगस्टर हिमांशु उर्फ ​​भाऊ के खिलाफ सभी सदस्य देशों को रेड नोटिस जारी किया था, जिसके विदेश में रहने की आशंका है. उन्होंने कहा, 'रोहतक पुलिस एक मोस्ट वांटेड आरोपी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराने में सफल रही, जिसके बारे में माना जाता है कि वह विदेश भाग गया है. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के सिख अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत का हाथ होने के दावे के मद्देनजर.

भारत ने इन आरोपों को खारिज कर दिया. साथ ही उन्हें बेतुका और प्रेरित बताया. एक संवाददाता सम्मेलन में हालाँकि, न्यूयॉर्क में कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो निज्जर की हत्या में भारतीय संलिप्तता के अपने दावे के समर्थन में कोई सबूत पेश करने में विफल रहे. ट्रूडो ने कहा, 'यह मानने के विश्वसनीय कारण हैं कि सरकार के एजेंट कनाडा की धरती पर एक कनाडाई की हत्या में भारत शामिल था.

ये भी पढ़ें- Khalista Supporters Protest : कनाडा में बेलगाम खालिस्तान समर्थक, दूतावास के बाहर तिरंगा जलाया

यानी ऐसी दुनिया में जहां अंतरराष्ट्रीय नियम-आधारित व्यवस्था मायने रखती है, वहां देश के कानून के शासन में अत्यंत मूलभूत महत्व की चीज है.' सीबीसी न्यूज के अनुसार, कनाडाई सरकार निज्जर की मौत की एक महीने तक चली जांच में मानव और सिग्नल इंटेलिजेंस दोनों का जोड़ा. उस खुफिया जानकारी में कनाडा में मौजूद भारतीय राजनयिकों से जुड़े संचार शामिल हैं. विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक ब्रीफिंग के दौरान कहा, 'हमें प्रदान की गई किसी भी विशिष्ट जानकारी पर, लेकिन अभी तक हमें कनाडा से कोई विशेष जानकारी नहीं मिली है.'

नई दिल्ली: अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक पुलिस संगठन यानी इंटरपोल ने सोमवार को प्रतिबंधित आतंकवादी समूह बब्बर खालसा इंटरनेशनल के सदस्य करणवीर सिंह के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया. इंटरपोल ने खालिस्तानी नेता के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर इस संबंध में जानकारियों को अपडेट किया. खुफिया सूत्रों के अनुसार, माना जाता है कि सिंह पाकिस्तान में छिपा हुआ है. बताया जाता है कि खालिस्तान समर्थक आतंकवादी समूह बब्बर खालसा इंटरनेशनल का सदस्य था.

इंटरपोल पोर्टल के अनुसार करणवीर सिंह (38 ) मूल रूप से पंजाब के कपूरथला का रहने वाला है. इंटरपोल के अनुसार सिंह भारत में आपराधिक साजिश, हत्या, शस्त्र अधिनियम, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम से संबंधित अपराध, आतंकवादी कृत्यों के लिए धन जुटाने, साजिश और आतंकवादी गिरोह या संगठन का सदस्य होने आदि मामले में वांछित है.

रेड कॉर्नर नोटिस एक प्रकार का अनुरोध पत्र है. इसके तहत इसके सदस्य देशों से प्रत्यर्पण, आत्मसमर्पण संबंधी मामलों में कानूनी प्रक्रिया के तहत मदद की मांग की जाती है. इससे पहले इंटरपोल ने गैंगस्टर हिमांशु उर्फ ​​भाऊ के खिलाफ सभी सदस्य देशों को रेड नोटिस जारी किया था, जिसके विदेश में रहने की आशंका है. उन्होंने कहा, 'रोहतक पुलिस एक मोस्ट वांटेड आरोपी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराने में सफल रही, जिसके बारे में माना जाता है कि वह विदेश भाग गया है. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के सिख अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत का हाथ होने के दावे के मद्देनजर.

भारत ने इन आरोपों को खारिज कर दिया. साथ ही उन्हें बेतुका और प्रेरित बताया. एक संवाददाता सम्मेलन में हालाँकि, न्यूयॉर्क में कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो निज्जर की हत्या में भारतीय संलिप्तता के अपने दावे के समर्थन में कोई सबूत पेश करने में विफल रहे. ट्रूडो ने कहा, 'यह मानने के विश्वसनीय कारण हैं कि सरकार के एजेंट कनाडा की धरती पर एक कनाडाई की हत्या में भारत शामिल था.

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यानी ऐसी दुनिया में जहां अंतरराष्ट्रीय नियम-आधारित व्यवस्था मायने रखती है, वहां देश के कानून के शासन में अत्यंत मूलभूत महत्व की चीज है.' सीबीसी न्यूज के अनुसार, कनाडाई सरकार निज्जर की मौत की एक महीने तक चली जांच में मानव और सिग्नल इंटेलिजेंस दोनों का जोड़ा. उस खुफिया जानकारी में कनाडा में मौजूद भारतीय राजनयिकों से जुड़े संचार शामिल हैं. विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक ब्रीफिंग के दौरान कहा, 'हमें प्रदान की गई किसी भी विशिष्ट जानकारी पर, लेकिन अभी तक हमें कनाडा से कोई विशेष जानकारी नहीं मिली है.'

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