नई दिल्ली : अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च 2023 को एकबार फिर से दुनियाभर में मनाया जाएगा. संयुक्त राष्ट्र ने महिलाओं को खास पहचान दिलाने व उनकी उपलब्धियों को विश्व पटल पर रेखांकित करने के लिए 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने की शुरुआत की थी. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को पहली बार 1996 में एक थीम के तहत मनाने की परंपरा शुरू हुयी तब से हर साल इसके लिए एक थीम जारी की जाती है और उसी को ध्यान में रखकर आयोजन किए जाते हैं.
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2023 पर नए थीम के जरिए उन महिलाओं और लड़कियों की पहचान करना है, जो परिवर्तनकारी प्रौद्योगिकी और डिजिटल शिक्षा की उन्नति का समर्थन कर रही हैं. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने के दौरान दुनियाभर में मौजूद आर्थिक और सामाजिक असमानताओं पर डिजिटल जेंडर गैप के प्रभाव का पता लगाया जाएगा. साथ ही अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर होने वाले खास आयोजन में डिजिटल स्पेस में महिलाओं और लड़कियों के अधिकारों की रक्षा के महत्व और ऑनलाइन और तमाम तरह के संचार माध्यमों के जरिए जेंडर बेस्ड हिंसा को ध्यान में रखकर भी कार्यक्रम तय होंगे.
महिलाओं और अन्य उपेक्षित समूहों को प्रौद्योगिकी में लाने से समाज को कई फायदे होने वाले हैं. इससे अधिक रचनात्मक समाधान मिलने की उम्मीद हैं और नवाचारों की अधिक संभावनाएं हैं. ये सभी महिलाओं की जरूरतों को पूरा करते हैं और लैंगिक समानता को बढ़ावा देंगे.
प्रौद्योगिकी और डिजिटल शिक्षा के लिए समान मौका
ऐसा माना जा रहा है कि नवाचार, प्रौद्योगिकी और डिजिटल शिक्षा के लिए एक समान जेंडर बेस्ड दृष्टिकोण महिलाओं और लड़कियों में उनके अधिकारों और नागरिक जुड़ाव के बारे में जागरूकता बढ़ा सकता है. डिजिटल प्रौद्योगिकी में प्रगति विकास और मानवीय चुनौतियों को दूर करने के साथ साथ 2030 एजेंडा के सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अपार अवसर प्रदान करती है. दुर्भाग्य से दुनियाभर में डिजिटल क्रांति के अवसर लैंगिक असमानता के मौजूदा पैटर्न को बनाए रखने का जोखिम भी पेश करते दिख रहे हैं. डिजिटल कौशल और प्रौद्योगिकी पहुंच अगर हर किसी के पास होगी तो असमानताएं भी तेजी से कम होंगी. इस डिजिटल जेंडर विभेद के परिणामस्वरूप महिलाएं पिछड़ती जा रही हैं. इसलिए समावेशी और परिवर्तनकारी प्रौद्योगिकी और डिजिटल शिक्षा की आवश्यकता एक स्थायी पहल किए जाने की मांग की जा रही है और यह बेतहर भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है.
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का थीम
2023 में संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का थीम 'DigitALL: Innovation and technology for gender equality' तय किया गया. इसीलिए 8 मार्च 2023 को एक उच्च-स्तरीय कार्यक्रम में प्रौद्योगिकी के जानकारों, इनोवेटरों, उद्यमियों और लैंगिक समानता के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं को डिजिटल उपकरणों तक हर वर्ग व जेंडर की पहुंच सुनिश्चित कराने के लिए सभी हितधारकों की भूमिका को सुनिश्चित करना होगा.
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने की शुरुआत
आपको बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने की शुरुआत 1908 में तब हुई थी, जब अमरीका के न्यूयॉर्क शहर में लगभग 15 हजार से अधिक महिलाओं ने सड़कों पर उतरकर महिलाओं के काम के कम घंटे तय करने, बेहतर सैलरी और वोटिंग के अधिकार की मांग की थी. महिलाओं के इस विरोध प्रदर्शन के लगभग एक साल बीतने के बाद अमरीका की सोशलिस्ट पार्टी ने पहले राष्ट्रीय महिला दिवस को मनाने की घोषणा की थी. वहीं पहला अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस वर्ष 1911 में ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, जर्मनी और स्विटज़रलैंड में मनाये जाने का दावा किया जाता है.