करनाल: हाल ही में अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी रानी रामपाल के नाम से उत्तर प्रदेश के रायबरेली में एक स्टेडियम बनाया गया है. इस स्टेडियम का नाम रानी गर्ल्स हॉकी टर्फ रखा गया है. यह ऐसा पहला हॉकी स्टेडियम है जो किसी महिला खिलाड़ी के नाम पर इस स्टेडियम का नाम रखा गया है. तो आइए हम आपको बताते हैं अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी रानी रामपाल के फर्श से अर्श तक की कहानी. हॉकी खिलाड़ी रानी रामपाल आज भारत ही नहीं विदेशों में भी मशहूर हैं.
कौन हैं रानी रामपाल?: रानी रामपाल का जन्म कुरुक्षेत्र के शाहबाद के एक गरीब परिवार में हुआ था. दो वक्त की रोटी खाने के उसके पिता को तांगा चला कर गुजारा करना पड़ता था. शुरुआती दौर में रानी रामपाल के सामने यह बहुत सी परेशानियां आईं, लेकिन उन्होंने डट कर उनका सामना किया. शाहबाद में बहुत पुराने समय से लड़कियों के लिए हॉकी की नर्सरी द्रोणाचार्य अवॉर्डी कोच बलदेव सिंह के द्वारा चलाई जा रही थी, जहां पर रानी रामपाल ने प्रशिक्षण लिया था. रानी रामपाल ने छोटी सी उम्र से ही हॉकी खेलना शुरू कर दिया था.
![International hockey player Rani Rampal](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/18063915_hockey_player3.jpg)
हॉकी खेलने के दौरान भी उसको कहीं परेशानियों का सामना करना, लेकिन उसके परिवार और कोच के बदौलत उन्होंने हॉकी खेलना लगातार जारी रखा और हॉकी में नए-नए मुकाम हासिल करती गई. शाहबाद की महिला हॉकी एकेडमी पूरे भारत में नंबर वन महिला हॉकी एकेडमी है जहां से सैकड़ों की संख्या में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हॉकी में निकल चुकी है. मौजूदा समय में भी शाहबाद के नर्सरी से दो खिलाड़ी भारतीय महिला हॉकी टीम में खेल रही हैं. रानी रामपाल ने 15 वर्ष की आयु में 2010 में हॉकी विश्वकप में भाग लिया था.
![International hockey player Rani Rampal father.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/18063915_hockey_player_father.jpg)
उसके बाद उन्होंने 2020 में टोक्यो में आयोजित ओलंपिक में भी भाग लिया था. रानी रामपाल की बदौलत ही ओके ओलंपिक में भारत की महिला हॉकी की टीम चौथे स्थान पर रही थी. रानी रामपाल ने 2016 में रियो ओलंपिक में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया था. माना जाता है कि भारतीय महिला हॉकी टीम को इस स्तर तक पहुंचाने के लिए रानी रामपाल का काफी अहम योगदान रहा. उन्होंने 254 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं सभी मैचों में रानी रामपाल ने अच्छे खेल का प्रदर्शन किया. रानी रामपाल मौजूदा समय में भारतीय रेलवे में अच्छे पद पर नौकरी कर रही हैं.
![International hockey player Rani Rampal](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/18063915_hockey_player1.jpg)
रानी रामपाल के नाम से महिला हॉकी स्टेडियम बनाए जाने के बाद जब ईटीवी भारत ने रानी रामपाल के पिता रामपाल सिंह से बात की तो उन्होंने कहा कि हमारे लिए यह बहुत ही गर्व की बात है कि हमारी बेटी के नाम पर एक बहुत ही बड़ा स्टेडियम बनाया गया है. इस स्टेडियम हमारी देश की बेटियां हॉकी में और ज्यादा अच्छा प्रदर्शन करेंगी. उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार और भारत सरकार का भी धन्यवाद किया है, जिन्होंने उनके नाम पर यह स्टेडियम बनाया है.
![International hockey player Rani Rampal](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/18063915_hockey_player.jpg)
उनके पिता ने कहा कि रानी के नाम पर स्टेडियम का नाम रखना कहीं ना कहीं जो गरीब घर की बेटियां हैं और जो हॉकी खेलना चाहती हैं उनको भी प्रेरणा देने का काम करेंगे. इसलिए यह हमारे पूरे परिवार और देश के लिए गर्व की बात है. हमारी बेटी के नाम पर देश का पहला महिला हॉकी स्टेडियम का नाम रखा गया है.
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