नई दिल्ली : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Droupadi Murmu) ने मंगलवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय जलवायु परिवर्तन, साइबर सुरक्षा, चरमपंथ और आंतकवाद से मुकाबला जैसी वैश्विक चुनौतियों के समाधान के लिए भारत की ओर देख रहा है. भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस के 2022 बैच) के परिवीक्षाधीन अधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की भूमिका और प्रभाव वैश्विक विकास और वैश्विक शासन की सशक्त आवाज के रूप में तेजी से बढ़ रहा है.
राष्ट्रपति ने कहा, 'भारत के बढ़ते कद का अभिप्राय है कि अब न केवल आपको अपने पारंपरिक कर्तव्यों का निर्वहन करना है बल्कि आपके कंधों पर हमारे राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक हितों की सेवा करने की भी जिम्मेदारी है.' उन्होंने कहा कि यह नयी प्रौद्योगिकी में साझेदारी, भारतीय सामान और सेवा के लिए नए बाजार सुरक्षित करने, मानवीय सहायता या भारतीय समुदाय को मदद के रूप में हो सकता है.
-
Probationers of Indian Foreign Service called on President Droupadi Murmu at Rashtrapati Bhavan. The President said that rapidly expanding India's role and influence in the international arena presents unprecedented opportunities along with new challenges for young diplomats.… pic.twitter.com/FqpTDoMWcT
— President of India (@rashtrapatibhvn) August 1, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">Probationers of Indian Foreign Service called on President Droupadi Murmu at Rashtrapati Bhavan. The President said that rapidly expanding India's role and influence in the international arena presents unprecedented opportunities along with new challenges for young diplomats.… pic.twitter.com/FqpTDoMWcT
— President of India (@rashtrapatibhvn) August 1, 2023Probationers of Indian Foreign Service called on President Droupadi Murmu at Rashtrapati Bhavan. The President said that rapidly expanding India's role and influence in the international arena presents unprecedented opportunities along with new challenges for young diplomats.… pic.twitter.com/FqpTDoMWcT
— President of India (@rashtrapatibhvn) August 1, 2023
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि अधिकारियों को बहुआयामी और परिस्थितियों के अनुकूल ढलने वाला होना चाहिए, उसके पास सूचनाएं होनी चाहिए और विभिन्न भूमिकाओं को निभाने के तौर तरीके सीखने चाहिए. उन्होंने कहा, 'आज, अंतरराष्ट्रीय समुदाय जटिल वैश्विक समस्याओं के समाधान के लिए भारत की ओर देख रहा है, फिर चाहे वह सतत विकास हो, जलवायु परिवर्तन, साइबर सुरक्षा, आपदा से निपटना हो या चरमपंथ एवं आतंकवाद से निपटना. आप जैसे युवा कूटनीतिज्ञों के लिए यह नयी चुनौतियों के साथ अभूतपूर्व अवसर प्रदान करता है.'
मुर्मू ने सुझाव दिया कि उनकी सभी कोशिशों एवं गतिविधियों का एकमात्र उद्देश्य 'हमारे अपने देश की प्रगति और विकास होना चाहिए.' राष्ट्रपति ने आगे कहा कि जैसे ही युवा अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करने के लिए तैयार होते हैं, उन्हें यह ध्यान रखना चाहिए कि विदेश में उनके सभी प्रयासों और गतिविधियों का अंतिम उद्देश्य अपने देश में वृद्धि और विकास को बढ़ावा देना होना चाहिए. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत में अधिक समृद्धि के बड़े लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उन्हें अन्य सिविल सेवाओं के अधिकारियों के साथ मिलकर काम करना होगा. उन्होंने कहा कि उन्हें दुनिया भर में 33 मिलियन मजबूत भारतीय प्रवासियों द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को सावधानीपूर्वक विकसित करना और बढ़ावा देना चाहिए. उन्होंने अधिकारियों से भारतीय समुदाय के सदस्यों से नियमित रूप से मिलने और उनके कल्याण का ध्यान रखने का आग्रह किया.
ये भी पढ़ें - राष्ट्रपति ने मेडिकल छात्रों से कहा: अनुसंधान पर ध्यान केंद्रित करें, आप भी जीत सकते हैं नोबेल
(एक्सट्रा इनपुट-एजेंसी)