अमरावती : मानवीय सहायता मिशन सागर-II को जारी रखते हुए भारतीय नौसेना का जहाज आईएनएस ऐरावत 20 नवंबर 2020 को पोर्ट ऑफ मोम्बासा केन्या पहुंचा. भारत सरकार प्राकृतिक आपदाओं और कोविड-19 महामारी का सामना करने के लिए मित्र देशों को सहायता प्रदान कर रही है और इसी क्रम में आईएनएस ऐरावत दक्षिण सूडान के लोगों के लिए खाद्य सहायता लेकर जा रहा है.
मिशन सागर-II को प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण सागर (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास- एसएजीएआर) के साथ जोड़ा गया है और यह हिन्द महासागर समुद्री क्षेत्र (आईओआर) में भरोसेमंद साझेदार के रूप में भारत की स्थिति को रेखांकित करता है. भारतीय नौसेना समुद्री क्षेत्र की प्रमुख एजेंसी है और समुद्री डोमेन में पहला कार्य-संचालन (रिस्पांस) करती है.
यह मिशन भारत तथा दक्षिण सूडान के संबंधों के महत्व को भी रेखांकित करता है और मौजूदा बंधन को और मजबूत करता है. कई सदियों से भारत और अफ्रीकी देशों के बीच मित्रता और भाईचारे के संबंध रहे हैं तथा ये बंधन समय के साथ और भी मजबूत हुए हैं. भारत ने हमेशा अफ्रीकी देशों और लोगों के साथ एकजुटता दिखाई है और विकास, क्षमता निर्माण और मानवतावादी सहायता कार्यक्रम में उनके साथ भागीदारी की है.
भारतीय नौसेना, रक्षा और विदेश मंत्रालयों तथा भारत सरकार की अन्य एजेंसियों के निकट समन्वय में इस मिशन को आगे बढ़ा रही है.