नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh News ) के कानपुर देहात जिले के अकबरपुर क्षेत्र के एक गांव में एक दलित को न सिर्फ पेड़ से बांधकर पीटा गया, बल्कि उसे अमानवीय यातनाएं भी दी गईं. इस घटना पर तत्काल संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (National Commission For Scheduled Castes) ने अपने चेयरमैन विजय सांपला के आदेशों पर उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस जारी कर तुरंत जवाब मांगा है.
सोशल मीडिया (Social Media) के माध्यम से राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग को मिली शिकायत अनुसार, कानपुर देहात के रहने वाले एक दलित युवा को पेड़ से बांधकर उसकी पिटाई की गई तथा उसके गुप्तांग पर डंडे से चोटें पहुंचाई गईं. आयोग को प्राप्त सूचना के अनुसार अकबरपुर क्षेत्र के एक गांव में युवती से मिलने पहुंचे प्रेमी को स्वजन व ग्रामीणों ने पकड़ लिया.
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इसके बाद उसे पेड़ में गमछे से बांध करके डंडे से जमकर मारा और डंडे से उसके गुप्तांग पर वार किया गया. घटना का वीडियो इंटरनेट वीडियो वायरल होने पर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने संज्ञान लिया और मुख्य सचिव, डीजीपी एवं कानपुर देहात के डीएम व एसएसपी को नोटिस जारी किया है. मामले में जांच करके एक्शन टेकन रिपोर्ट आयोग के समक्ष तुरंत फैक्स या फिर ई-मेल से भेजने के निर्देश दिए गए हैं.
एनसीएससी चेयरमैन विजय सांपला ने कहा कि अनुसूचित वर्ग को देश के संविधान में दिए गए अधिकारों को सुनिश्चित करना आयोग के चेयरमैन के नाते मेरा कर्तव्य है. सांपला ने आखिर में चेतावनी देते हुए कहा कि जिन अफसरों को आयोग ने नोटिस जारी किया गया है, अगर उन्होंने तुरंत जवाब नहीं दिया तो आयोग संविधान की धारा 338 के तहत मिली सिविल कोर्ट के अधिकार का प्रयोग करके सम्मन जारी करेगा.
(आईएएनएस)