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सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने जापानी क्रिप्टो करेंसी ऐप से उड़ाए ₹6.70 करोड़, गिरफ्तार - indore software engineer arrested

इंदौर की कंपनी में काम करने वाले एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने जापानी क्लाइंट के क्रिप्टो करेंसी ऐप (crypto currency app) के जरिए छह करोड़ 70 लाख रुपये की धोखाधड़ी की. इस मामले में पुलिस ने शिकायत के आधार पर कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.

indore software engineer arrested
इंदौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर क्रिप्टो करेंसी
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Published : Nov 30, 2021, 1:49 PM IST

इंदौर : मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में स्थित एक सॉफ्टवेयर कंपनी के इंजीनियर द्वारा जापानी क्लाइंट के क्रिप्टो करेंसी ऐप (crypto currency app) के जरिए 6.70 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का मामना सामने आया है. कंपनी के ही सॉफ्टवेयर डेवलपर ने यह फर्जीवाड़ा किया है. आरोपी ने पत्नी और मां के नाम से फेक अकाउंट बनाकर उनमें पैसे ट्रांसफर कर दिए थे.

आरोपी अपनी संपत्ति बेचकर विदेश फरार होने वाला था, लेकिन इससे पहले साइबर पुलिस ने आरोपी को मथुरा से गिरफ्तार कर लिया.

एसपी जितेंद्र सिंह ने बताया कि 15 जुलाई 2021 को नो बार्डर्स टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड के मालिक पीयूष सिंह ने विजयनगर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने कहा था कि किप्ट्रो बेस्ड प्रोडक्ट के जपानी क्लाइंट रियोत केशी कुबो के क्रिप्टो करेंसी ऐप से क्रिप्टो करेंसी की धोखाधड़ी की गई है. कंपनी के सर्वर से लॉग्स मिटाने, कम्प्यूटर कोड से छेड़छाड़ करके 25 BTC (क्रिप्टो करेंसी) एवं 30 ETH (क्रिप्टो करेंसी) (कुल लगभग 6 करोड़ 70 लाख रुपये) निकाल लिए गए हैं.

जापानी क्लाइंट को दिये प्रोडक्ट्स
साइबर सेल को शुरुआती जांच में पता चला कि पीयूष की कंपनी ने जापान के क्लाइंट को तीन प्रोडक्ट्स बनाकर दिए थे. इन प्रोडक्ट्स का उपयोग करके कोई भी उपयोगकर्ता (End User) अपना डिजिटल वॉलेट (अकाउंट) बना सकता है. इस डिजिटल वॉलेट में क्रिप्टो स्टोर कर सकता है और उनका निवेश कर सकता है. इससे क्रिप्टो एसेट्स को ट्रांसफर भी कर सकता है.

पीयूष की कंपनी में काम करने वाले सॉफ्टवेयर डेवलपर संदीप गोस्वामी ने एक्सेस का गलत फायदा उठाया. उसने जापानी क्लाइंट के प्रोडक्ट में फर्जी यूजर बना दिए. उनमें यूपीआई के द्वारा क्रिप्टो का फर्जी इवेस्टमेंट दिखाया, जिससे आरोपी को भी डेली रिवार्ड मिलने लगा.

फर्जीवाड़े का पता चलने के बाद पुलिस ने संदीप पुत्र राजुकमार गोस्वामी निवासी सागर को आरोपी बनाया. बताया जा रहा है कि आरोपी सब कुछ बेचकर विदेश फरार होने वाला था, लेकिन इससे पुलिस ने उसे मथुरा से धर दबोचा है.

इंदौर के कॉलेज से की इंजीनियर की पढ़ाई
मध्य प्रदेश के सागर जिले के रहने वाले संदीप गोस्वामी ने इंदौर के जीएसआईटीएस कॉलेज से कंप्यूटर साइंस में बीटेक और फिर एमटेक किया हुआ है. वह इंदौर के आईटी पार्क में एक आईटी फर्म में भी काम कर चुका है. वह कई कोडिंग जानता है.

यह भी पढ़ें- युवक से क्रिप्टो करेंसी के नाम पर 5 लाख रुपए की धोखाधड़ी, 2 के खिलाफ मामला दर्ज

इंदौर : मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में स्थित एक सॉफ्टवेयर कंपनी के इंजीनियर द्वारा जापानी क्लाइंट के क्रिप्टो करेंसी ऐप (crypto currency app) के जरिए 6.70 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का मामना सामने आया है. कंपनी के ही सॉफ्टवेयर डेवलपर ने यह फर्जीवाड़ा किया है. आरोपी ने पत्नी और मां के नाम से फेक अकाउंट बनाकर उनमें पैसे ट्रांसफर कर दिए थे.

आरोपी अपनी संपत्ति बेचकर विदेश फरार होने वाला था, लेकिन इससे पहले साइबर पुलिस ने आरोपी को मथुरा से गिरफ्तार कर लिया.

एसपी जितेंद्र सिंह ने बताया कि 15 जुलाई 2021 को नो बार्डर्स टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड के मालिक पीयूष सिंह ने विजयनगर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने कहा था कि किप्ट्रो बेस्ड प्रोडक्ट के जपानी क्लाइंट रियोत केशी कुबो के क्रिप्टो करेंसी ऐप से क्रिप्टो करेंसी की धोखाधड़ी की गई है. कंपनी के सर्वर से लॉग्स मिटाने, कम्प्यूटर कोड से छेड़छाड़ करके 25 BTC (क्रिप्टो करेंसी) एवं 30 ETH (क्रिप्टो करेंसी) (कुल लगभग 6 करोड़ 70 लाख रुपये) निकाल लिए गए हैं.

जापानी क्लाइंट को दिये प्रोडक्ट्स
साइबर सेल को शुरुआती जांच में पता चला कि पीयूष की कंपनी ने जापान के क्लाइंट को तीन प्रोडक्ट्स बनाकर दिए थे. इन प्रोडक्ट्स का उपयोग करके कोई भी उपयोगकर्ता (End User) अपना डिजिटल वॉलेट (अकाउंट) बना सकता है. इस डिजिटल वॉलेट में क्रिप्टो स्टोर कर सकता है और उनका निवेश कर सकता है. इससे क्रिप्टो एसेट्स को ट्रांसफर भी कर सकता है.

पीयूष की कंपनी में काम करने वाले सॉफ्टवेयर डेवलपर संदीप गोस्वामी ने एक्सेस का गलत फायदा उठाया. उसने जापानी क्लाइंट के प्रोडक्ट में फर्जी यूजर बना दिए. उनमें यूपीआई के द्वारा क्रिप्टो का फर्जी इवेस्टमेंट दिखाया, जिससे आरोपी को भी डेली रिवार्ड मिलने लगा.

फर्जीवाड़े का पता चलने के बाद पुलिस ने संदीप पुत्र राजुकमार गोस्वामी निवासी सागर को आरोपी बनाया. बताया जा रहा है कि आरोपी सब कुछ बेचकर विदेश फरार होने वाला था, लेकिन इससे पुलिस ने उसे मथुरा से धर दबोचा है.

इंदौर के कॉलेज से की इंजीनियर की पढ़ाई
मध्य प्रदेश के सागर जिले के रहने वाले संदीप गोस्वामी ने इंदौर के जीएसआईटीएस कॉलेज से कंप्यूटर साइंस में बीटेक और फिर एमटेक किया हुआ है. वह इंदौर के आईटी पार्क में एक आईटी फर्म में भी काम कर चुका है. वह कई कोडिंग जानता है.

यह भी पढ़ें- युवक से क्रिप्टो करेंसी के नाम पर 5 लाख रुपए की धोखाधड़ी, 2 के खिलाफ मामला दर्ज

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