इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में शासकीय नवीन विधि कॉलेज में चल रहे मामले में (indore law college controversy) लगातार नए खुलासे हो रहे हैं. महाविद्यालय की लाइब्रेरी में उच्च स्तरीय जांच के बीच लेखिका डॉ. फरहत खान की एक और विवादित पुस्तक मिली है ( another controversial book found). इस पुस्तक में हिंदू हिंदू महिलाओं सहित सनातन धर्म के बारे में कई आपत्तिजनक बातें शामिल हैं. वही अलग-अलग टिप्पणियों के दौरान लेखिका ने कई समाजों पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है ( indore study from controversial book). जिसमें ब्राह्मण, ठाकुर और गुर्जर समाज को लेकर भी कई आपत्तिजनक बातें लिखी गई हैं.
एक और आपत्तिजनक टिप्पणी वाली किताब आई सामने: इंदौर के शासकीय नवीन विधि कॉलेज में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा किए गए हंगामे के बाद लगातार नए खुलासे हो रहे हैं. पूर्व में जहां एक विवादित किताब छात्रों को पढ़ाई जाने को लेकर सामने आई थी. वहीं अब लाइब्रेरी में एक और किताब सामने आई है. वर्तमान में प्रोफेसर डॉ फरहत खान की पुस्तक को लेकर विवाद जारी है. किताब के अलावा कॉलेज में अन्य विवादास्पद मामले की भी जांच चल रही है. कमेटी की जांच के बीच ही कॉलेज की लाइब्रेरी में डॉ फरहात खान की एक और विवादास्पद किताब मिली है ( another controversial book found). यह पुस्तक 'महिलाएं व आपराधिक विधि' है, इस किताब को इलाहाबाद के सेंट्रल लॉ पब्लिकेशंस ने प्रकाशित की है.
हिंदू धर्म के देवी-देवताओं पर लिखी आपत्तिजनक टिप्पणियां: लाइब्रेरी में मिली नई पुस्तक में कई समाजों को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणियां की गई हैं. इसमें हिंदू धर्म व हिंदू देवी देवताओं को लेकर काफी आपत्तिजनक बातें लिखी गई हैं. पुस्तक में लिखा गया है कि भारत में हिंदुओं और मुसलमानों के लगभग एक हजार वर्ष पुराने संपर्क के फलस्वरूप दोनों ने एक-दूसरे को प्रभावित किया है. इस्लाम छुआछूत जाति प्रजाति का विरोधी है, लेकिन भारतीय करण के फलस्वरूप भारत के मुसलमानों में भी जाति प्रथा का प्रवेश हो गया है. यह किताब सामने आने के बाद एबीवीपी ने नया मोर्चा खोल लिया है. नई कमेटी के समक्ष भी विद्यार्थी परिषद ने शिकायत दर्ज कराई है.
नई किताब में जहां विभिन्न समाजों पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है. वहीं भ्रूण हत्या जैसे मामले को लेकर भी टिप्पणियां की गई है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने पूरे प्रमाण और किताब के विवादास्पद अंशों के साथ नई कमेटी को लेकर शिकायत दर्ज कराई है. वहीं कमेटी के रवैए को लेकर विद्यार्थी परिषद मामले की मजिस्ट्रियल जांच की मांग कर रहा है. कमेटी द्वारा की गई जांच रिपोर्ट जल्द ही सरकार को सौंपी जाएगी.
बीते दिन छात्रों के बयान हुए दर्ज: इस मामले में बीते दिन कमेटी बच्चों के बयान दर्ज करने कॉलेज पहुंची थी. जहां छात्रों के बयान रिकॉर्ड किए गए. वहीं गृहमंत्री के निर्देश के बाद इस मामले में लेखक और प्रकाशक की जल्द ही गिरफ्तारी की भी बात कही गई है. हालांकि प्रकाशक फरार बताया जा रहा है. खबर है कि पुलिस प्रशासन जल्द ही फरार आरोपियों पर इनाम घोषित कर सकती है.
पुस्तक में पंजाब में भी हिंदुओं को टारगेट किया गयाः किताब के अनुसार 'हिंदुओं ने हर संप्रदाय से लड़ाई का मोर्चा खोल रखा है. पंजाब में सिखों के खिलाफ शिवसेना जैसे त्रिशूलधारी संगठन मोर्चा खोल चुके हैं. अपनी सांप्रदायिक गतिविधियों को मंदिरों एवं अन्य धार्मिक स्थलों से संचालित करने में लगे हैं. हिंदू शिवसेना हिंदू राष्ट्र का नारा दे रही है. किताब में लिखा है कि जब धार्मिक स्थलों की 1947 की स्थिति कायम रखी जानी थी, तो अयोध्या मंदिर इस कानून की सीमा से बाहर कैसे किया गया. RSS ने भाजपा को कांग्रेस का विरोध करने से रोका तो कांग्रेस को भी आदेश दिया कि अयोध्या का विवाद कानून से ऊपर रखें ताकि भाजपा अपनी सांप्रदायिक राजनीति करती रहे. हिंदुत्व का नारा बराबर ताजा बना रहे. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और उसके परिवार की संस्थाएं सब सांप्रदायिक हैं. यह हिंदूवाद की बात करती है और हिंदू धर्म को संविधान और देश के ऊपर मानती हैं. उनकी राष्ट्र की परिभाषा ने भारत को एक हिंदू राष्ट्र और वर्तमान संविधान तक को वे विदेशी मानते हैं. जैसे विवादित अंश लिखे हुए हैं. (controversial book indore in law college library)