इंदौर। स्वच्छता में छक्का लगा चुके इंदौर ने देश का नंबर एक शहर बनकर मध्य प्रदेश का गौरव बढ़ाया है. अब शहर के लोग पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए प्लास्टिक मुक्त शहर बनाने के प्रयास में जुट गए हैं. यहां शहर के लोगों के साथ मिलकर नगर निगम ने प्लास्टिक मुक्त अभियान (plastic free campaign) की शुरुआत की है. इसी क्रम में शहर के कई स्थानों पर झोला एटीएम लगाए गए हैं. इस ATM मशीन में 10 रुपये डालते ही एक थैला निकल आएगा.
पॉलिथीन उपयोग करने पर जुर्माना: इंदौर नगर निगम ने शहर में पॉलिथीन पर प्रतिबंधित लगाया है. शहर की बाजारों में पॉलिथीन उपयोग करने पर भारी जुर्माने का प्रावधान है. पॉलिथीन के स्थान पर लोग जरूरत पड़ने पर बाकायदा कॉटन बैग का उपयोग कर सकें इसलिए इंदौर नगर निगम ने शहर के 56 दुकान समेत अन्य 4 स्थानों पर पहली बार झोला एटीएम शुरू की है. इन झोला एटीएम में कोई भी ₹10 का सिक्का अथवा नोट डालकर कुछ सेकंड में ही कॉटन बैग प्राप्त कर सकता है. झोला एटीएम वेंडिंग मशीन को इस तरह बनाया गया है कि, 5 के 2 सिक्के के अलावा यूपीआई और नकद और 10 रुपए डालकर इससे झोला प्राप्त किया जा सकता है.
56 दुकान पर झोला एटीएम स्थापित: इंदौर का 56 दुकान बहुचर्चित फूड जोन है. यहां प्रदेशभर के लोग इंदौर के व्यंजन का स्वाद चखने पहुंचते हैं. यहां तरह-तरह के पकवान और नमकीन मिठाई खरीदने के बाद कई बार ऐसी स्थिति बनती है कि, ग्राहकों के पास अपना सामान रखने के लिए कोई बैग नहीं होता. यही वजह है कि सबसे पहले 56 दुकान पर झोला एटीएम स्थापित किया गया है.
अन्य जगह लगेंगे झोला एटीएम: इंदौर नगर निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल के मुताबिक शुरुआती दौर में 5 एटीएम लगाए गए हैं. इनका रिस्पांस देखकर शहर के अन्य प्रमुख बाजारों में भी झोला एटीएम लगाए जाने की तैयारी है. उन्होंने बताया कि, एटीएम में अपलोड करने के लिए इंदौर नगर निगम ने बड़ी संख्या में झोला तैयार कर रखे हैं. इसके अलावा कुछ प्राइवेट एजेंसियों के जरिए झोला की सप्लाई हो रही है. भविष्य में भी जितनी मशीनें लगाई जाएंगी. उनसे 10 रुपये में आसानी से जितनी बार चाहे झोला प्राप्त किया जा सकेगा.
स्वच्छता में अव्वल इंदौर को पॉलिथीन मुक्त बनाने के लिए सब्जी मंडियों में खुलेगा झोला बैंक
निगम का प्रयास: इसके पहले पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए सड़कों में जनता से प्लास्टिक मुक्त के लिए जागरूकता को लेकर कपड़ों के झोले बाजारों में नजर आए थे.दूसरी ओर ग्लोबल वार्मिंग में विशेष तौर पर कोयला से चलने वाली फैक्ट्रियां और छोटे-मोटे उद्योग के संचालकों से भी चर्चा हुई थी. इंदौर की बाजारों और सड़कों में कपड़े के झोले को लेकर जनता को जागरूक किया जा रहा था. नगर निगम द्वारा मेघदूत उपवन के पास 'मुझे गर्व है मैं झोला धारी हूं' कार्यक्रम का आयोजन किया गया था.