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हैदराबाद में ₹1570 करोड़ लागत से बनेगा देश का सबसे बड़ा अस्पताल

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Published : Jun 8, 2023, 7:14 PM IST

हैदराबाद में देश का सबसे बड़ा अस्पताल बनेगा. 25 लाख वर्गफीट में बनने वाले इस अस्पताल के भवन परिसर का शिलान्यास मुख्यमंत्री केसीआर 14 जून को करेंगे. इस अस्पताल को तैयार करने में 1570 करोड़ रुपये की लागत आएगी.

Country's largest hospital to be built in Hyderabad
हैदराबाद में बनेगा देश का सबसे बड़ा अस्पताल

हैदराबाद: तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में देश का सबसे बड़ा अस्पताल बनने जा रहा है. इस बारे में राज्य सरकार ने निम्स के अलावा एक उन्नत अस्पताल बनाने का निर्णय लिया है. इस अस्पताल को एर्रामुंजिल स्थित सरकारी परिसर में 25 लाख वर्गफीट क्षेत्र में तैयार किया जाएगा. बता दें कि राज्य सरकार ने गरीबों को कॉर्पोरेट दवा उपलब्ध कराने के लिए तेलंगाना आयुर्विज्ञान संस्थान (टीआईएमएस) के नाम से सनतनगर, अलवाल और एलबीनगर में 2,100 करोड़ रुपये की लागत से बड़े अस्पतालों का निर्माण कार्य शुरू किया है. इसी कड़ी में निम्स (NIMS) ने भी बड़े पैमाने पर विस्तार करने का फैसला किया. फलस्वरूप उस परिसर में जगह की कमी और सड़क और भवन को देखते हुए निम्स के पास पुराने सरकारी क्वार्टरों के स्थान पर एक अस्पताल बनाने की योजना बनाई गई. इसी कड़ी में पुराने क्वार्टरों को ध्वस्त कर दिया गया. इसके बाद जमीन तैयार की जा रही है. इस भूमि पर मुख्यमंत्री केसीआर 14 जून को भवन परिसर का शिलान्यास करेंगे. वहीं अधिकारियों ने भवन निर्माण को लेकर जल्द टेंडर आमंत्रित करने की कवायद भी शुरू कर दी है.

34 विभाग और 2100 बिस्तर होंगे अस्पताल में - नवीन परिसर में चिकित्सा क्षेत्र में 34 प्रकार के विशेष विभाग बनाए जाएंगे. साथ ही अस्पताल को 2100 बिस्तरों वाले अस्पताल के रूप में विकसित किया जाएगा. इस वजह से इस एडवांस अस्पताल को तैयार करने में 1570 करोड़ रुपये की लागत आएगी. वर्तमान निम्स 1300 बिस्तरों के साथ 22 एकड़ में फैला हुआ है. इतना ही नहीं इस अस्पताल को बनाने के लिए अधिकारियों के द्वारा ठेकेदार के साथ अस्पताल को बनाने का काम 36 महीने में पूरा करने का एग्रीमेंट किया गया है. जिससे लोगों को अस्पताल की सुविधा मिल सके.

अधिकारियों ने कहा कि निम्स अस्पताल भवन बनने के साथ ही देश का सबसे बड़ा अस्पताल भवन होगा. इस बारे में एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विभिन्न भवनों वाले अस्पतालों के विशाल क्षेत्र के बावजूद देश में कहीं भी 25 लाख वर्ग फुट का एक भी भवन नहीं है. सरकार ने इस अस्पताल भवन के निर्माण के लिए 32 एकड़ जमीन आवंटित की है. अधिकारियों ने पाया कि कुछ जमीन अस्पताल बनाने के लिए उपयुक्त नहीं थी. इस पर अधिकारियों ने तीन एकड़ जमीन सरकार को सौंपने का फैसला किया क्योंकि कुछ सरकारी जमीन पर सड़कें हैं.

करीमनगर मेडिकल कॉलेज को अनुमति- नेशनल मेडिकल काउंसिल (NMC) ने करीमनगर गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज को मंजूरी दे दी है. इस बारे में बुधवार को एक आदेश जारी कर कॉलेज को 100 सीटों की अनुमति दी गई. इसी के साथ राज्य सरकार ने इस साल नौ मेडिकल कॉलेज खोलने की पूरी अनुमति दे दी है. इनमें आसिफाबाद, कामारेड्डी, खम्मम, विकाराबाद, जनगामा, सिरिसिला, निर्मल, भूपालपल्ली और करीमनगर सरकारी मेडिकल कॉलेज शामिल हैं. प्रत्येक मेडिकल कॉलेज में 100 सीटों के साथ एमबीबीएस की कुल 900 सीटें उपलब्ध होंगी. इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री टी. हरीश राव ने बुधवार को एक बयान में करीमनगर सरकारी मेडिकल कॉलेज को मंजूरी मिलने पर खुशी जताई. उन्होंने कहा कि जब राज्य का गठन हुआ था, तब पांच सरकारी मेडिकल कॉलेज थे, लेकिन केसीआर सरकार को 21 नए कॉलेज स्थापित करने का गौरव प्राप्त हुआ.

ये भी पढ़ें - सहारा अस्पताल पर उपभोक्ता आयोग ने ठोंका एक करोड़ 50 हजार का जुर्माना, जानिए वजह

हैदराबाद: तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में देश का सबसे बड़ा अस्पताल बनने जा रहा है. इस बारे में राज्य सरकार ने निम्स के अलावा एक उन्नत अस्पताल बनाने का निर्णय लिया है. इस अस्पताल को एर्रामुंजिल स्थित सरकारी परिसर में 25 लाख वर्गफीट क्षेत्र में तैयार किया जाएगा. बता दें कि राज्य सरकार ने गरीबों को कॉर्पोरेट दवा उपलब्ध कराने के लिए तेलंगाना आयुर्विज्ञान संस्थान (टीआईएमएस) के नाम से सनतनगर, अलवाल और एलबीनगर में 2,100 करोड़ रुपये की लागत से बड़े अस्पतालों का निर्माण कार्य शुरू किया है. इसी कड़ी में निम्स (NIMS) ने भी बड़े पैमाने पर विस्तार करने का फैसला किया. फलस्वरूप उस परिसर में जगह की कमी और सड़क और भवन को देखते हुए निम्स के पास पुराने सरकारी क्वार्टरों के स्थान पर एक अस्पताल बनाने की योजना बनाई गई. इसी कड़ी में पुराने क्वार्टरों को ध्वस्त कर दिया गया. इसके बाद जमीन तैयार की जा रही है. इस भूमि पर मुख्यमंत्री केसीआर 14 जून को भवन परिसर का शिलान्यास करेंगे. वहीं अधिकारियों ने भवन निर्माण को लेकर जल्द टेंडर आमंत्रित करने की कवायद भी शुरू कर दी है.

34 विभाग और 2100 बिस्तर होंगे अस्पताल में - नवीन परिसर में चिकित्सा क्षेत्र में 34 प्रकार के विशेष विभाग बनाए जाएंगे. साथ ही अस्पताल को 2100 बिस्तरों वाले अस्पताल के रूप में विकसित किया जाएगा. इस वजह से इस एडवांस अस्पताल को तैयार करने में 1570 करोड़ रुपये की लागत आएगी. वर्तमान निम्स 1300 बिस्तरों के साथ 22 एकड़ में फैला हुआ है. इतना ही नहीं इस अस्पताल को बनाने के लिए अधिकारियों के द्वारा ठेकेदार के साथ अस्पताल को बनाने का काम 36 महीने में पूरा करने का एग्रीमेंट किया गया है. जिससे लोगों को अस्पताल की सुविधा मिल सके.

अधिकारियों ने कहा कि निम्स अस्पताल भवन बनने के साथ ही देश का सबसे बड़ा अस्पताल भवन होगा. इस बारे में एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विभिन्न भवनों वाले अस्पतालों के विशाल क्षेत्र के बावजूद देश में कहीं भी 25 लाख वर्ग फुट का एक भी भवन नहीं है. सरकार ने इस अस्पताल भवन के निर्माण के लिए 32 एकड़ जमीन आवंटित की है. अधिकारियों ने पाया कि कुछ जमीन अस्पताल बनाने के लिए उपयुक्त नहीं थी. इस पर अधिकारियों ने तीन एकड़ जमीन सरकार को सौंपने का फैसला किया क्योंकि कुछ सरकारी जमीन पर सड़कें हैं.

करीमनगर मेडिकल कॉलेज को अनुमति- नेशनल मेडिकल काउंसिल (NMC) ने करीमनगर गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज को मंजूरी दे दी है. इस बारे में बुधवार को एक आदेश जारी कर कॉलेज को 100 सीटों की अनुमति दी गई. इसी के साथ राज्य सरकार ने इस साल नौ मेडिकल कॉलेज खोलने की पूरी अनुमति दे दी है. इनमें आसिफाबाद, कामारेड्डी, खम्मम, विकाराबाद, जनगामा, सिरिसिला, निर्मल, भूपालपल्ली और करीमनगर सरकारी मेडिकल कॉलेज शामिल हैं. प्रत्येक मेडिकल कॉलेज में 100 सीटों के साथ एमबीबीएस की कुल 900 सीटें उपलब्ध होंगी. इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री टी. हरीश राव ने बुधवार को एक बयान में करीमनगर सरकारी मेडिकल कॉलेज को मंजूरी मिलने पर खुशी जताई. उन्होंने कहा कि जब राज्य का गठन हुआ था, तब पांच सरकारी मेडिकल कॉलेज थे, लेकिन केसीआर सरकार को 21 नए कॉलेज स्थापित करने का गौरव प्राप्त हुआ.

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