नई दिल्ली: भारतीय उपभोक्ता (Indian consumers) सतर्कता का रुख अपना रहे हैं और भविष्य के लिए अधिक बचत कर रहे हैं. साथ ही वे गैर-विवेकाधीन खर्च यानी जरूरी खर्च को संतुलित करने का प्रयास कर रहे हैं. एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है. डेलॉयट की उपभोक्ता गतिविधियों पर निगरानी रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय अपनी खरीदारी, मनोरंजन और शौक पर अपने खर्च की प्राथमिकता तय कर रहे हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि सर्वे में शामिल उपभोक्ता व्यक्तिगत देखभाल और कपड़ों, शौकियां गतिविधियों, मनोरंजन और यात्राओं पर खर्च करने की तैयारी कर रहे हैं. इसके बाद इलेक्ट्रॉनिक्स, घर का साजोसामान और रेस्तरां का नंबर आता है. रिपोर्ट कहती है कि विश्लेषण से पता चलता है कि उपभोक्ताओं में अब धारणा सकारात्मक हो रही है. वे सतर्कता से अपनी खुशियों और खर्च के बीच संतुलन बैठाने का प्रयास कर रहे हैं और भविष्य के लिए अधिक बचत कर रहे हैं.
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रिपोर्ट में कहा गया है कि कॉरपोरेट भारत में अब चीजें सामान्य हो रही हैं और यात्रा अंकुश हट रहे हैं. ऐसे में भारतीय कारोबारी यात्रा की तैयारियां कर रहे हैं. सर्वे के अनुसार, करीब 83 प्रतिशत भारतीयों के अगले तीन माह के दौरान कारोबारी यात्रा पर जाने की उम्मीद है. सर्वे में शामिल ज्यादातर उपभोक्ता अगले तीन साल के दौरान अपनी वित्तीय स्थिति को लेकर आशान्वित नजर आए. डेलॉयट टच तोहमात्सु इंडिया एलएलपी (डीटीटीआईएलएलपी) के भागीदार और उपभोक्ता उद्योग लीडर पोरस डॉक्टर ने कहा, ‘भारतीय उपभोक्ता अब भविष्य के लिए बचत करने पर अधिक ध्यान दे रहे हैं.'
(पीटीआई-भाषा)