नई दिल्ली : राजपूताना राइफल्स बटालियन के 32 कर्मियों वाली भारतीय सेना की टुकड़ी रूस के लिए रवाना हो गई है, जहां वह 25 से 30 सितंबर तक आयोजित होने वाले आतंकवाद विरोधी क्षेत्र प्रशिक्षण अभ्यास में हिस्सा लेंगी. रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को घोषणा की. रूस द्वारा आयोजित किया जा रहा बहुराष्ट्रीय संयुक्त सैन्य अभ्यास आतंकवाद से मुकाबले पर आसियान प्लस रक्षा मंत्रियों की बैठक का हिस्सा है. रूस म्यांमार के साथ ईडब्ल्यूजी का सह-अध्यक्ष है.
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#WATCH | Indian Army contingent will participate for the first time in the Joint Exercise from 25 Sep to 30 Sep 23 at Vladivostok, Russia under the umbrella of the ASEAN Defence Ministers' Meeting Plus Experts Working Group (ADMM plus EWG). The exercise is aimed at sharing… pic.twitter.com/e1T8dDvlMz
— ANI (@ANI) September 22, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) September 22, 2023#WATCH | Indian Army contingent will participate for the first time in the Joint Exercise from 25 Sep to 30 Sep 23 at Vladivostok, Russia under the umbrella of the ASEAN Defence Ministers' Meeting Plus Experts Working Group (ADMM plus EWG). The exercise is aimed at sharing… pic.twitter.com/e1T8dDvlMz
— ANI (@ANI) September 22, 2023
दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन (आसियान) और प्लस देशों के बीच 2017 से बातचीत और सहयोग की अनुमति देने के लिए यह बैठक सालाना आयोजित की जाती है. इस अभ्यास में गढ़वाले क्षेत्र में आतंकवादी समूहों को नष्ट करने सहित कई आतंकवाद विरोधी अभ्यास शामिल होंगे. अभ्यास का मुख्य उद्देश्य आतंकवाद-निरोध के क्षेत्र में क्षेत्रीय सहयोग को मजबूत करना और बढ़ावा देना है.
यह भारतीय सेना को अन्य 12 भाग लेने वाले देशों के साथ सहयोग बढ़ाने के अलावा आतंकवाद विरोधी अभियानों में अपनी विशेषज्ञता और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा. भारतीय सेना को इस अभ्यास से अपने पेशेवर अनुभव को समृद्ध करने की भी उम्मीद है. यह बहुराष्ट्रीय अभ्यास रुस के व्लादिवोस्तोक में आयोजित होगा. भारतीय सेना के अधिकारी के मुताबिक, रुस में होने वाले युद्धाभ्यास में चीन की सेना भी शामिल होगी.
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