उत्तरकाशी : गंगोत्री घाटी की 7,075 मीटर ऊंची चोटी सतोपंथ के आरोहण के लिए गए भारतीय सेना के दल को एक पर्वतारोही के शव के अवशेष मिले हैं. सेना के पर्वतारोही दल ने शव के अवशेष को एकत्रित कर गंगोत्री पहुंचाया और उसके बाद पुलिस के सुपुर्द किया. पुलिस ने शव के अवशेषों का पंचनामा भर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है.
वहीं, पुलिस का कहना है कि इन अवशेषों का डीएनए टेस्ट करवाया जाएगा. सेना की मानें तो यह शव 2005 में सतोपंथ के आरोहण के लिए गए सेना के दल के मिसिंग जवान का हो सकता है. भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल हर्षदीप गहलोत ने बताया कि भारतीय सेना का एक दल स्वर्णिम विजय वर्ष के उपलक्ष्य में सतोपंथ चोटी के आरोहण के लिए गया था. अभियान के दौरान सेना के दल को एक पर्वतारोही के शव के अवशेष मिले. जिसे सेना के जवानों ने एकत्रित कर गंगोत्री पहुंचाया. जिसके बाद पुलिस को सौंप दिया.
सेना के अधिकारियों का कहना है कि साल 2005 में सेना का एक दल सतोपंथ चोटी के आरोहण के लिए गया था. उसमें कुछ सदस्य मिसिंग हो गए थे. ऐसे में सकता है कि यह शव के अवशेष उनके किसी साथी के हों. फिलहाल, 2005 में कौन सा दल संतोपंथ गया था और कौन-कौन लापता हो गए थे, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है.
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वहीं, शव के अवशेषों की शिनाख्त के लिए पुलिस को सौंपा गया है. अगर शव की शिनाख्त सेना के जवान के रूप में होती है तो उसके बाद सैन्य सम्मान के साथ शव परिजनों को सौंपा जाएगा. एसपी मणिकांत मिश्रा का कहना है कि सेना की ओर से सौंपे गए शव के अवशेषों का पंचनामा भर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है. साथ ही इन अवशेषों का डीएनए टेस्ट करवाया जाएगा. उसके बाद ही पुष्टि हो पाएगी कि यह शव के अवशेष किसके हैं. वहीं, भारतीय सेना के पर्वतारोहियों ने खराब मौसम और खड़ी चढ़ाई को पार कर शव के अवशेष को गंगोत्री पहुंचाया है.