गया : बिहार के गया में मोर्टार के गोला से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत के मामले में भारतीय सेना की ओर से बयान जारी किया गया है. भारतीय सेना की ओर से बताया गया है कि 8 मार्च 2023 को देउरी डुमरी फील्ड फायरिंग रेंज में मोर्टार फायरिंग नहीं की गई थी. त्रासदी के कारणों की जांच के लिए पूर्ण समर्थन और सहयोग प्रदान किया जाएगा. गौरतलब हो, कि ग्रामीणों की ओर से कहा गया था कि सेना के फायरिंग अभ्यास के दौरान गोला गिरने से एक ही परिवार के तीन की मौत हुई और 2 जख्मी हो गए थे.
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'8 मार्च को रेंज में मोर्टार की नहीं हुई थी फायरिंग' : भारतीय सेना की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि मीडिया में यह तथ्य सामने आया है, कि यह सेना की मोर्टार फायरिंग के कारण हुई है. भारतीय सेना की ओर से स्पष्ट किया गया है कि 8 मार्च 2023 को देवरी डुमरी फील्ड फायरिंग रेंज में मोर्टार की फायरिंग नहीं की गई थी. यह भी कहा गया है, कि इस अधिसूचित फायरिंग रेंज पर फायरिंग से पहले दैनिक आधार पर स्थानीय नागरिक प्रशासन और पुलिस से सभी मंजूरी प्राप्त की जाती है. 8 मार्च 2023 को मोर्टार फायरिंग नहीं की गई और इसलिए कोई मंजूरी नहीं मांगी गई.
गैरकानूनी तरीके से गोला इकट्ठा करने का हो सकता है मामला : भारतीय सेना की ओर से जाहिर किया गया है कि यह एक मोर्टार ब्लाइंड शेल की गैरकानूनी तरीके से इकट्ठा करने का मामला हो सकता है. संभवत: पहले में किसी दिन ब्लाइंड बम यानी कि विस्फोटक बम निर्दिष्ट प्रभाव क्षेत्र में गिरा हो सकता है, जिसे 8 मार्च 2023 को बिक्री के लिए स्क्रैप धातु निकालने के लिए खंडित करने का प्रयास किया गया होगा. इसके कारण इस प्रकार की दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी होगी. भारतीय सेना के बयान में कहा गया है, कि उक्त घर की जमीन में एक गोलाकार का क्षेत्र दिखाकर उसे मोर्टार शेल का गड्ढा बता रहे हैं. परंतु मोर्टार शेल विस्फोट होने पर ऐसा हस्ताक्षर नहीं छोड़ते.
मारे गए और घायल लोगों के परिवार के प्रति संवेदना : भारतीय सेना की ओर से यह भी कहा गया है, कि बाराचट्टी पुलिस स्टेशन जिला गया अंतर्गत गूलरवेद के पास 8 मार्च 2023 की दुर्भाग्यपूर्ण घटना में मारे गए और घायल हुए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं. भारतीय सेना दुर्घटना कैसे हुई इसकी जांच के लिए जिला प्रशासन को हर संभव सहायता करने के लिए तत्पर है.
फायरिंग रेंज के प्रभाव क्षेत्र में प्रवेश और खंडित बम इकट्ठा करने का परिणाम : वहीं, यह भी कहा गया है कि दुर्भाग्यपूर्ण घटना फील्ड फायरिंग रेंज के प्रभाव क्षेत्र में आम लोगों के प्रवेश से उत्पन्न खतरों को भी उजागर करती है. वहीं बिक्री हेतु प्रभाव क्षेत्र से गैरकानूनी तरीके से ब्लाइंड एवं खंडित बम इकट्ठा करने के खतरनाक अभ्यास का परिणाम है भारतीय सेना अनुरोध करती है, कि अधातु के गैरकानूनी संग्रह और उसकी बिक्री कि इस खतरनाक प्रथा से बचना चाहिए.