नई दिल्ली: शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के क्षेत्रीय आतंकवाद विरोधी ढांचे (आरएटीएस) की चार दिवसीय बैठक नई दिल्ली में शुरू हो चुकी है. एससीओ के सभी सदस्य बैठक में शामिल हैं. इसमें पाकिस्तान से आये तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल मौजूद हैं. पाकिस्तान का एक अंतर-मंत्रालयी प्रतिनिधिमंडल शनिवार को वाघा सीमा से भारत पहुंचा. एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल 20 मई तक भारत में रहेगा. पिछले महीने, एससीओ सदस्य देशों के उप विदेश मंत्रियों ने मास्को में परामर्श किया जहां उन्होंने अफगानिस्तान में जल्द से जल्द एक समावेशी सरकार के गठन की आवश्यकता पर प्रकाश डाला.
ये प्रमुख बैठकें ऐसे समय में हो रही हैं जब पिछले साल अगस्त में तालिबान द्वारा देश पर कब्जा किए जाने के बाद से अफगानिस्तान गंभीर स्थिति का सामना कर रहा है. तालिबान के सत्ता में तेजी कब्जा करने के परिणामस्वरूप आर्थिक अव्यवस्था और भोजन की कमी हुई जिससे देश मानवीय संकट के कगार पर पहुंच गया. इससे पहले नवंबर में अफगानिस्तान पर तीसरी क्षेत्रीय सुरक्षा वार्ता एक विस्तारित प्रारूप में नई दिल्ली में आयोजित की गई थी.
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बैठक में भारत, ईरान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उजबेकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषदों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों/सचिवों ने भाग लिया था. प्रतिभागियों ने अफगानिस्तान में उभरती स्थिति, विशेष रूप से सुरक्षा स्थिति और इसके क्षेत्रीय और वैश्विक प्रभावों पर चर्चा की थी. पक्षों ने अफगानिस्तान में राजनीतिक स्थिति और आतंकवाद, कट्टरपंथ और मादक पदार्थों की तस्करी से उत्पन्न खतरों के साथ-साथ मानवीय सहायता की आवश्यकता पर भी विशेष ध्यान दिया था.
(एएनआई)