नई दिल्ली: भारत और तंजानिया ने गुरुवार को राजनीतिक, आर्थिक, व्यापार, निवेश, रक्षा, सांस्कृतिक, आपसी हित के अन्य क्षेत्रों सहित द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं की समीक्षा की. यह भारत और तंजानिया के बीच विदेश कार्यालय परामर्श के दूसरे दौर के रूप में 16 जून को नई दिल्ली में आयोजित किया गया था. भारत की ओर से विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव (ई एंड एसए) पुनीत आर कुंडल ने चर्चा का नेतृत्व किया. तंजानिया की ओर से निदेशक (एशिया और आस्ट्रेलिया), विदेश मंत्रालय और पूर्वी अफ्रीकी सहयोग सीज़र सी. वेतारा द्वारा चर्चा का नेतृत्व किया गया.
संयुक्त राष्ट्र, पूर्वी अफ्रीका समुदाय (ईएसी), दक्षिण अफ्रीकी विकास सहयोग (एसएडीसी) और अफ्रीकी महाद्वीपीय मुक्त व्यापार क्षेत्र (एएफसीएफटीए) में सहयोग सहित बहुपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी चर्चा की गई. दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय व्यापार में वृद्धि पर संतोष व्यक्त किया, जो 2021-22 के लिए 4.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया.
भारत-तंजानिया व्यापार समझौते : भारत तंजानिया के सबसे बड़े व्यापारिक भागीदारों में से एक है. तंजानिया में निवेश की करने वालों में भी भारत आगे है. दोनों पक्ष विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने और स्वास्थ्य, शिक्षा, बंदरगाह विकास और कृषि क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं का पता लगाने पर सहमत हुए. तंजानिया भारत का एक प्रमुख विकास भागीदार भी है.
भारत ने तंजानिया को 1.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक की 6 लाइन ऑफ क्रेडिट प्रदान की है. विशेष रूप से शहर की जल आपूर्ति और प्रबंधन के क्षेत्र में. भारतीय पक्ष ने ऋण, अनुदान और अन्य तंत्रों के माध्यम से तंजानिया के साथ विकास साझेदारी जारी रखने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है. वार्ता के दौरान दोनों पक्ष आपसी सहयोग बढ़ाए रखने के लिए नियमित बैठकों को जारी रखने पर भी सहमत हुए. विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्ष दार एस सलाम (Dar es Salaam) में अगले दौर की वार्ता करने को सहमत हुए.
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