नई दिल्ली: श्रीलंका के उच्चायुक्त मिलिंडा मोरागोडा (Sri Lankan High Commissioner onMilinda Moragoda) के नेतृत्व में श्रीलंका के वरिष्ठ भिक्षुओं के एक दल ने शनिवार को संस्कृति और विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी (Minister of State for Culture and External Affairs Meenakshi Lekhi) को दो पेटिंग सौंपी. श्रीलंका की ओर से वास्कडुवे महिंदावंस महानायके थेरो और राजा अशोक के बेटे महेंद्र और उनकी बेटी संघमित्रा ने यह पेटिंग सौंपी. इन पेंटिंग को नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट में लगाया जाएगा.
इस अवसर पर विदेश राज्यमंत्री लेखी ने श्रीलंका और भारत के बीच घनिष्ठ ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और पारंपरिक संबंधों का विशेष रूप से बौद्ध संबंध के संदर्भ में उल्लेख किया. दोनों देशों के बीच प्राचीन संबंधों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सदियों से आने वाली पीढ़ियों द्वारा इस संबंध को और मजबूत किया जाना चाहिए.दोनों पेंटिंग के बारे में लेखी ने उल्लेख किया कि ये श्रीलंका की राजधानी कोलंबो के पास एक मंदिर में उपलब्ध दो मूल चित्रों की प्रतिकृतियां हैं. उन्होंने नेशनल गैलरी ऑफ आर्ट्स में इस योगदान के लिए श्रीलंकाई प्रतिनिधिमंडल और उच्चायुक्त को धन्यवाद दिया. इस दौरान कुछ भिक्षुओं ने मंत्री लेखी को बौद्ध धर्म की पुस्तकें भेंट कीं.
बता दें कि प्रतिनिधिमंडल अंतरराष्ट्रीय बौद्ध संघ (आईबीसी) और संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित वैश्विक बौद्ध शिखर सम्मेलन 2 में भाग लेने के लिए दिल्ली में था. इस दौरान श्रीलंका और भारत के बीच बौद्ध नेटवर्क पर 'कुछ और ठोस' करने के मंत्री के निर्णय से उत्साहित था. इस मौके पर डीजी आईबीसी भी मौजूद रहे.
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