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जी20 के एजेंडे में 'ग्लोबल साउथ' की आवाज उठाने पर भारत को गर्व : मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जी20 के एजेंडे में 'ग्लोबल साउथ' की आवाज उठाने पर भारत को गर्व है. पीएम मोदी ने भारत की मेजबानी में आयोजित विकासशील देशों के दूसरे डिजिटल शिखर सम्मेलन के समापन सत्र में यह टिप्पणी की. G20 agenda, PM Modi, India proud to put voice of Global South on G20, Prime Minister Narendra Modi, second Voice of Global South summit .

PM Modi
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
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By PTI

Published : Nov 17, 2023, 10:21 PM IST

Updated : Nov 17, 2023, 10:31 PM IST

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि दूसरे 'वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ' शिखर सम्मेलन का संदेश यह है कि 'ग्लोबल साउथ' अपनी स्वायत्तता चाहता है और वैश्विक मामलों में बड़ी जिम्मेदारियां लेने के लिए तैयार है.

  • #WATCH | At the Concluding Leaders' Session of the Voice of Global South Summit, Prime Minister Narendra Modi says, "We will strengthen our cooperation to fight against terrorism. Keeping our cyberspace safe ensuring that technology is not misused by terrorists..." pic.twitter.com/y2XXLrEbTB

    — ANI (@ANI) November 17, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उन्होंने भारत की मेजबानी में आयोजित विकासशील देशों के दूसरे डिजिटल शिखर सम्मेलन के समापन सत्र में यह टिप्पणी की. शिखर सम्मेलन में करीब 130 देशों के नेताओं की भागीदारी के बारे में मोदी ने कहा कि इससे यह संदेश निकला है कि 'ग्लोबल साउथ' वैश्विक मामलों में बड़ी जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार है और वह स्वायत्तता चाहता है.

'ग्लोबल साउथ' से तात्पर्य उन देशों से है जिन्हें अक्सर विकासशील, कम विकसित अथवा अविकसित देश के रूप में जाना जाता है, जो मुख्य रूप से अफ्रीका, एशिया और लातिन अमेरिका में स्थित हैं.

  • #WATCH | At the Concluding Leaders' Session of the Voice of Global South Summit, Prime Minister Narendra Modi says, "...We should work in the direction of one future & with an emotion of 'Sabka Saath, Sabka Vikas, Sabka Vishwas, Sabka Prayaas'...We will make our own future &… pic.twitter.com/Oh8Jn7QYdS

    — ANI (@ANI) November 17, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

मोदी ने कहा कि 'वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट' का संदेश यह है कि 'ग्लोबल साउथ' वैश्विक शासन में अपनी आवाज चाहता है. उन्होंने कहा कि भारत को जी20 जैसे मंच के एजेंडे में 'ग्लोबल साउथ' की आवाज उठाने का अवसर मिलने पर गर्व है.

उन्होंने कहा, 'मुझे विश्वास है कि ब्राजील की जी20 अध्यक्षता के दौरान ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाया जाएगा तथा इसे और मजबूत किया जाएगा.' मोदी ने कहा कि भारत 'ग्लोबल साउथ' के लिए काम करना जारी रखेगा.

  • #WATCH | Foreign Secretary Vinay Kwatra says, "The Global South Centre of Excellence will work as a think tank and will also work as a repository of knowledge and development initiatives in order to interface with the Global South and seek out ways to forge stronger collaboration… pic.twitter.com/rL3HlyUEL7

    — ANI (@ANI) November 17, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ग्लोबल साउथ पर ये बोले विदेश सचिव: उधर, विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा कि, 'ग्लोबल साउथ सेंटर ऑफ एक्सीलेंस एक थिंक टैंक के रूप में काम करेगा और ग्लोबल साउथ के साथ इंटरफेस करने और अपने समकक्षों के साथ मजबूत सहयोग बनाने के तरीकों की तलाश करने के लिए ज्ञान और विकास पहल के भंडार के रूप में भी काम करेगा.'

उन्होंने कहा कि ग्लोबल साउथ देशों में यह सुनिश्चित करना कि हमारी क्षमताओं और ग्लोबल साउथ की अन्य क्षमताओं का ग्लोबल साउथ के देशों के बीच आदान-प्रदान किया जा सके. पीएम ने चार प्रमुख निर्णयों के कार्यान्वयन के बारे में भी बात की- आरोग्य मैत्री पहल के माध्यम से ग्लोबल साउथ के साथ सहयोग, ग्लोबल साउथ साइंस एंड टेक, ग्लोबल साउथ स्कॉलरशिप प्रोग्राम और ग्लोबल साउथ यंग डिप्लोमैट फोरम...'

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  • #WATCH | At the Concluding Leaders' Session of the Voice of Global South Summit, Prime Minister Narendra Modi says, "We will strengthen our cooperation to fight against terrorism. Keeping our cyberspace safe ensuring that technology is not misused by terrorists..." pic.twitter.com/y2XXLrEbTB

    — ANI (@ANI) November 17, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उन्होंने भारत की मेजबानी में आयोजित विकासशील देशों के दूसरे डिजिटल शिखर सम्मेलन के समापन सत्र में यह टिप्पणी की. शिखर सम्मेलन में करीब 130 देशों के नेताओं की भागीदारी के बारे में मोदी ने कहा कि इससे यह संदेश निकला है कि 'ग्लोबल साउथ' वैश्विक मामलों में बड़ी जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार है और वह स्वायत्तता चाहता है.

'ग्लोबल साउथ' से तात्पर्य उन देशों से है जिन्हें अक्सर विकासशील, कम विकसित अथवा अविकसित देश के रूप में जाना जाता है, जो मुख्य रूप से अफ्रीका, एशिया और लातिन अमेरिका में स्थित हैं.

  • #WATCH | At the Concluding Leaders' Session of the Voice of Global South Summit, Prime Minister Narendra Modi says, "...We should work in the direction of one future & with an emotion of 'Sabka Saath, Sabka Vikas, Sabka Vishwas, Sabka Prayaas'...We will make our own future &… pic.twitter.com/Oh8Jn7QYdS

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मोदी ने कहा कि 'वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट' का संदेश यह है कि 'ग्लोबल साउथ' वैश्विक शासन में अपनी आवाज चाहता है. उन्होंने कहा कि भारत को जी20 जैसे मंच के एजेंडे में 'ग्लोबल साउथ' की आवाज उठाने का अवसर मिलने पर गर्व है.

उन्होंने कहा, 'मुझे विश्वास है कि ब्राजील की जी20 अध्यक्षता के दौरान ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाया जाएगा तथा इसे और मजबूत किया जाएगा.' मोदी ने कहा कि भारत 'ग्लोबल साउथ' के लिए काम करना जारी रखेगा.

  • #WATCH | Foreign Secretary Vinay Kwatra says, "The Global South Centre of Excellence will work as a think tank and will also work as a repository of knowledge and development initiatives in order to interface with the Global South and seek out ways to forge stronger collaboration… pic.twitter.com/rL3HlyUEL7

    — ANI (@ANI) November 17, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ग्लोबल साउथ पर ये बोले विदेश सचिव: उधर, विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा कि, 'ग्लोबल साउथ सेंटर ऑफ एक्सीलेंस एक थिंक टैंक के रूप में काम करेगा और ग्लोबल साउथ के साथ इंटरफेस करने और अपने समकक्षों के साथ मजबूत सहयोग बनाने के तरीकों की तलाश करने के लिए ज्ञान और विकास पहल के भंडार के रूप में भी काम करेगा.'

उन्होंने कहा कि ग्लोबल साउथ देशों में यह सुनिश्चित करना कि हमारी क्षमताओं और ग्लोबल साउथ की अन्य क्षमताओं का ग्लोबल साउथ के देशों के बीच आदान-प्रदान किया जा सके. पीएम ने चार प्रमुख निर्णयों के कार्यान्वयन के बारे में भी बात की- आरोग्य मैत्री पहल के माध्यम से ग्लोबल साउथ के साथ सहयोग, ग्लोबल साउथ साइंस एंड टेक, ग्लोबल साउथ स्कॉलरशिप प्रोग्राम और ग्लोबल साउथ यंग डिप्लोमैट फोरम...'

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Last Updated : Nov 17, 2023, 10:31 PM IST
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