नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके इतालवी समकक्ष गुइसेप कोंटे ने शुक्रवार को दोनों देशों के बीच आर्थिक भागीदारी बढ़ाने के साथ द्विपक्षीय संबंधों से जुड़े व्यापक मुद्दों पर चर्चा की. भारत और इटली के बीच 15 समझौते भी हुए और संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए एक महत्वाकांक्षी कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया गया.
विस्तृत चर्चा के दौरान दोनों पक्षों ने सैन्य उपकरणों के सह विकास और सह उत्पादन के क्षेत्र समेत रक्षा भागीदारी को आगे और प्रगाढ़ करने पर सहमति जताई. शिखर सम्मेलन के बाद एक संयुक्त बयान में कहा गया कि दोनों प्रधानमंत्रियों ने आतंकवाद के सभी प्रारूपों की निंदा की और द्विपक्षीय स्तर पर तथा बहुपक्षीय मंच पर इसके खिलाफ मुकाबले में सहयोग बढ़ाने का संकल्प लिया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इटली के प्रधानमंत्री प्रो. गुइसेप कोंटे के बीच एक द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन में ऊर्जा, मत्स्य पालन, जहाज निर्माण, डिजाइन, आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े 15 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए.
मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि शिखर सम्मेलन ने दोनों नेताओं को द्विपक्षीय संबंधों के व्यापक ढांचे की समीक्षा करने का अवसर प्रदान किया. दोनों नेताओं ने कोविद -19 महामारी सहित अन्य वैश्विक चुनौतियों के खिलाफ सहयोग को मजबूत करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की.
पीएम मोदी ने इतालवी नेता के साथ डिजिटल शिखर सम्मेलन में कहा कि यह स्पष्ट है कि कोविड-19 महामारी द्वितीय विश्व युद्ध की तरह ही इतिहास की एक ऐतिहासिक घटना रहेगी.
उन्होंने कहा, हम सभी को इस नई दुनिया के लिए खुद को अनुकूल बनाना होगा.' उन्होंने कहा कि महामारी से उत्पन्न होने वाली चुनौतियों और अवसरों के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है.
बाद में नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, आज डिजिटल तरीके से शिखर सम्मेलन के दौरान सार्थक वार्ता के लिए प्रधानमंत्री गुइसेप कोंटे का शुक्रिया. हमने भारत-इटली के बीच बढ़ रहे सहयोग के सभी पहलुओं की समीक्षा की. मैं कोविड के बाद की दुनिया में हमारी भागीदारी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए आपके लक्ष्यों को साझा करता हूं.
बैठक में राजनीतिक, आर्थिक, वैज्ञानिक और तकनीकी, अंतरिक्ष और रक्षा सहयोग सहित कई मुद्दों पर चर्चा की गई. क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर, दोनों पक्ष बहुपक्षीय मंचों, विशेष रूप से जी -20 पर बारीकी से समन्वय के लिए सहमत हुए.
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विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव संदीप चक्रवर्ती ने संवाददाताओं से कहा कि दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच 'बेहद सौहार्द्रपूर्ण माहौल' में वार्ता हुई और बातचीत में आर्थिक भागीदारी पर विशेष तौर पर चर्चा हुई. यूरोप में भारत के लिए एक प्रमुख देश इटली, यूरोपीय संघ में भारत का पांचवां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है और दोनों पक्ष कई क्षेत्रों में आर्थिक जुड़़ाव का विस्तार करने के लिए उत्सुक हैं. वर्ष 2019 में द्विपक्षीय व्यापार 9.52 अरब यूरो का हुआ था.
भारत ने अनुसमर्थन प्रक्रिया पूरी होते ही आईएसए में शामिल होने के इटली के फैसले का स्वागत किया.