नई दिल्ली: सरकार ने सोमवार को राज्यसभा में बताया कि देश के ताप विद्युत संयंत्रों के पास पर्याप्त कोयला है. इस बारे में जानकारी देते हुए कोयला मंत्री मंत्री प्रह्लाद जोशी (Coal Minister Prahlad Joshi) ने कहा कि इस वर्ष मार्च तक उपलब्ध कोयले का स्टॉक 25.6 मिलियन टन (एमटी) था जो 26 जुलाई तक बढ़कर 29.5 मीट्रिक टन हो गया.
उन्होंने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि केंद्रीय बिजली प्राधिकरण (CEA) में देश के ताप विद्युत संयंत्रों (TPP) के पास उपलब्ध अंतिम स्टॉक की दैनिक आधार पर निगरानी की जाती है. उन्होंने कहा कि थर्मल पावर प्लांट में पर्याप्त कोयला है. कोयला मंत्री ने बताया कि अप्रैल-जून 2022 के दौरान देश में थर्मल उत्पादन 325.62 बिलियन यूनिट (BU) था, जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान 276.64 बिलियन यूनिट था. वहीं गुजरात के ताप विद्युत संयंत्रों में 2021-22 (21 जून तक) में 13737.49 मिलियन यूनिट (MU) से 2022-23 में 15913.37 MU (22 जून तक) में 16 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई.
इसी तरह, इसी अवधि के दौरान आंध्र प्रदेश ने कोयला उत्पादन में 27 प्रतिशत और झारखंड में 5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई. जोशी ने कहा कि वर्ष 2021-22 में अखिल भारतीय कोयला उत्पादन वर्ष 2020-21 में 716.083 मीट्रिक टन की तुलना में 778.19 मिलियन टन था. जोशी ने कहा, चालू वित्त वर्ष (22 जून तक) में देश ने 204.876 मीट्रिक टन कोयले का उत्पादन किया है, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में 156.11 मीट्रिक टन कोयले का उत्पादन हुआ था, इस तरह लगभग 31 प्रतिशत का इजाफा हुआ है.
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