नई दिल्ली: भारत और फ्रांस ने सोमवार को विभिन्न क्षेत्रों में अपने सहयोग की व्यापक समीक्षा की, जिसमें परमाणु ऊर्जा, व्यापार और दोनों देशों के लोगों के बीच आदान-प्रदान शामिल है. दोनों पक्षों ने पेरिस में विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा और फ्रांस के विदेश मंत्रालय की महासचिव ऐनी-मैरी देस्कोत्स के बीच बातचीत के दौरान सहयोग का जायजा लिया. विदेश सचिव विनय मोहन पांच से सात फरवरी तक फ्रांस के दौरे पर हैं.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्षों ने जलवायु परिवर्तन और ऊर्जा क्षेत्र सहित वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी चर्चा की. मंत्रालय ने कहा कि दोनों अधिकारियों ने भारत की जी20 की अध्यक्षता, यूक्रेन में संघर्ष और अफगानिस्तान में सुरक्षा स्थिति जैसे समसामयिक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया. बयान में कहा गया, 'दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों में प्रगति की समीक्षा की, जिसमें दोनों देशों के बीच विभिन्न संस्थागत संवाद तंत्र, असैन्य परमाणु क्षेत्र आदि शामिल हैं.'
विदेश मंत्रालय ने कहा कि क्वात्रा ने यूरोप और विदेश मामलों की फ्रांस की मंत्री कैथरीन कॉलोना से भी मुलाकात की. विदेश सचिव ने फ्रांस के राष्ट्रपति के राजनयिक सलाहकार इमैनुएल बोने और फ्रांसीसी वित्त विभाग के महानिदेशक इमैनुएल मौलिन से भी मुलाकात की.
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इससे पहले विदेश सचिव मोहन क्वात्रा ने त्रिपक्षीय वार्ता के तहत ऊर्जा, रक्षा और पर्यावरण के क्षेत्रों में फ्रांस, भारत और यूएई के बीच हुई एक बैठक में हिस्सा लिया. विदेश मंत्रालय ने बताया कि मोहन क्वात्रा तीनों देशों के विदेश मंत्रियों की द्वारा पिछले साल सितंबर में शुरू की गई भारत-फ्रांस-यूएई त्रिपक्षीय वार्ता की फोकल प्वाइंट्स बैठक में हिस्सा लिया. तीनों देशों ने चार फरवरी को त्रिपक्षीय रूपरेखा के तहत ऊर्जा, रक्षा और प्रौद्योगिकी समेत विक्षिन्न क्षेत्रों में सहयोग के लिए एक रोडमैप जारी किया था.