नई दिल्ली : कोरोना वैक्सीन को लेकर आज भारत ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है. हमने 200 करोड़ टीके लगाने का रिकॉर्ड बना लिया है. हमनें यह उपलब्धि 546 दिनों में प्राप्त की है. 27 अगस्त 2021 को भारत ने एक दिन में एक करोड़ टीके के डोज लगाए थे. दो डोज लगाने के बाद अभी बूस्टर डोज भी दिया जा रहा है. इसे 75 दिनों तक फ्री में लगवाया जा रहा है.
भारत ने यह उपलब्धि किस तरह हासिल की ----
24 फरवरी, 2021 : 1 करोड़ डोज
29 अप्रैल, 2021: 15 करोड़ डोज
13 जून, 2021 : 25 करोड़ डोज
7 अगस्त, 2021 : 50 करोड़ डोज
14 सितंबर, 2021 : 75 करोड़ डोज
21 अक्टूबर, 2021 : 100 करोड़ डोज
7 जनवरी, 2022 : 150 करोड़ डोज
19 फरवरी, 2022 : 175 करोड़ डोज
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, 98 प्रतिशत वयस्क आबादी को टीके की कम से कम एक खुराक दी जा चुकी है, जबकि 90 प्रतिशत लोगों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है. आंकड़ों के अनुसार, 15-18 वर्ष के बीच के 82 प्रतिशत किशोरों को भी टीके की एक खुराक दी जा चुकी है जबकि 68 प्रतिशत किशोरों को दोनों खुराकें मिल चुकी हैं. इस आयु वर्ग के लिए टीकाकरण अभियान तीन जनवरी से शुरू हुआ. प्रधानमंत्री मोदी ने इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि भारत ने फिर से इतिहास रच दिया है.
-
India creates history again! Congrats to all Indians on crossing the special figure of 200 crore vaccine doses. Proud of those who contributed to making India’s vaccination drive unparalleled in scale and speed. This has strengthened the global fight against COVID-19. https://t.co/K5wc1U6oVM
— Narendra Modi (@narendramodi) July 17, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">India creates history again! Congrats to all Indians on crossing the special figure of 200 crore vaccine doses. Proud of those who contributed to making India’s vaccination drive unparalleled in scale and speed. This has strengthened the global fight against COVID-19. https://t.co/K5wc1U6oVM
— Narendra Modi (@narendramodi) July 17, 2022India creates history again! Congrats to all Indians on crossing the special figure of 200 crore vaccine doses. Proud of those who contributed to making India’s vaccination drive unparalleled in scale and speed. This has strengthened the global fight against COVID-19. https://t.co/K5wc1U6oVM
— Narendra Modi (@narendramodi) July 17, 2022
उन्होंने कहा कि भारत के लोगों ने विज्ञान पर भरोसा दिखाया है और देश के चिकित्सकों, नर्सों, अग्रिम मोर्चे के कर्मियों तथा वैज्ञानिकों ने सुरक्षित पृथ्वी सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाई है. प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, 'मैं उनकी भावना और दृढ़ निश्चय की सराहना करता हूं.' उन्होंने कहा, 'भारत ने फिर से इतिहास रच दिया. टीके की 200 करोड़ खुराक के विशेष आंकड़े को पार करने के लिए सभी भारतीयों को बधाई. भारत के टीकाकरण अभियान को व्यापक बनाने में अद्वितीय योगदान देने वालों पर गर्व है. इसने कोविड-19 के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूत किया है.
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इसे बड़ी कामयाबी बताया है. उन्होंने कहा कि इससे पहले किसी भी वैक्सीन को धरातल या देश तक पहुंचने में 20-30 साल लग जाते थे, लेकिन पीएम मोदी के नेतृत्व में हमारे वैज्ञानिकों ने यह उपलब्धि मात्र नौ महीने में हासिल कर ली. वह भी एक नहीं, बल्कि दो-दो वैक्सीन.
एक दिन पहले टीके को लेकर मंत्रालय ने कुछ अहम जानकारियां दीं थीं. इसके अनुसार शनिवार रात दस बजे तक 18 से 59 वर्ष आयु वर्ग के लोगों को 14.94 लाख एहतियाती खुराक दी गई. इसमें ज्यादातर लोगों को सरकार के विशेष 75-दिवसीय टीकाकरण अभियान कोविड टीकाकरण अमृत महोत्सव के तहत टीके की खुराक दी गई. मंत्रालय ने कहा कि 18 से 59 आयु वर्ग के लोगों को दी गई कुल एहतियाती खुराक 1,06,32,488 से ज्यादा हो गई.
-
India crosses 2 Billion doses of the #COVID19 vaccine administered so far under the nationwide vaccination drive pic.twitter.com/THqR9DlBqF
— ANI (@ANI) July 17, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">India crosses 2 Billion doses of the #COVID19 vaccine administered so far under the nationwide vaccination drive pic.twitter.com/THqR9DlBqF
— ANI (@ANI) July 17, 2022India crosses 2 Billion doses of the #COVID19 vaccine administered so far under the nationwide vaccination drive pic.twitter.com/THqR9DlBqF
— ANI (@ANI) July 17, 2022
अब तक 60 वर्ष की आयु से अधिक के लोगों को टीके की 2.81 करोड़ खुराक दी जा चुकी है. मंत्रालय ने कहा कि 12 से 14 आयु वर्ग के 3.79 करोड़ बच्चों को पहली खुराक दी जा चुकी है जबकि 15 से 18 आयु वर्ग के 6.08 करोड़ से अधिक किशोरों को पहली खुराक दी गई है.