दमोह : मध्य प्रदेश में बीजेपी प्रत्याशी राहुल सिंह लोधी के चचेरे भाई निर्दलीय उम्मीदवार वैभव सिंह लोधी भी उनके खिलाफ मैदान में उतर गए हैं. उन्होंने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि यह लड़ाई अब आम जनता की लड़ाई है.
बीजेपी प्रत्याक्षी राहुल सिंह पर तंस कसते हुए वैभव ने कहा कि बीजेपी उम्मीदवार ने जो किया, उससे सारा देश लोधी समाज को गाली दे रहा है. उन्होंने चुनाव चिन्ह चप्पल आवंटित होने के बाद उन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत में यह बात कही.
भाजपा को 'चप्पल' के हजारों नंबर पढ़ने वाले हैं
नाम वापसी और चुनाव चिन्ह आवंटन के साथ यह तय हो गया है कि दमोह उपचुनाव में तस्वीर कैसी होगी. भाजपा से प्रत्याशी राहुल सिंह लोधी के चचेरे भाई वैभव सिंह लोधी को चुनाव चिन्ह चप्पल आवंटित हुआ है. वह चप्पल हाथ में लेने के बाद काफी मुखर और बेबाक बोल बोलते नजर आए. वैभव सिंह ने ईटीवी भारत से चर्चा में कहा कि इस चप्पल का नंबर तो पता नहीं, लेकिन राहुल और भाजपा को चप्पल के हजारों नंबर पढ़ने वाले हैं.
समाज और दमोह के साथ की गद्दारी
उन्होंने कहा कि राहुल और प्रदुम्न सिंह लोधी ने बिकने का जो काम किया है. उससे केवल लोधी समाज ही नहीं बल्कि दमोह विधानसभा का नाम देश भर में बदनाम हुआ है. लोधी समाज और हिंडोरिया राज परिवार का सिर शर्म से झुक गया है. उन दोनों की कृत्यों के कारण आज लोधी समाज के लोग मां बहन की गालियां दे रहे हैं. मुझे भी मां की गाली सुनने को मिलती है. जब मैं कहीं जाता हूं तो लोग गालियां देते हैं.
जूता-मांगा चप्पल मिली
वैभव सिंह ने कहा कि उन्होंने इस चुनाव में चुनाव चिन्ह जूता मांगा था, लेकिन उन्हें चप्पल चुनाव चिन्ह मिला है और यही चप्पल अब जनता राहुल सिंह और भाजपा को जनता मारेगी. वैभव ने आरोप लगाया कि जूता चुनाव चिन्ह भाजपा ने षडयंत्र पूर्वक एक अन्य उम्मीदवार को फार्म भरवा कर दिलवा दिया. अब यह चप्पल राहुल सिंह को बहुत जोर से पड़ने वाली है.
आजादी में सबका योगदान है
वैभव ने कहा कि इस देश की आजादी में उनके पूर्वज किशोर सिंह लोधी ने 1842 में जब क्रांति की थी, उस समय केवल वे ही नहीं बल्कि ब्राह्मण, राजपूत, मुसलमान एवं पिछड़े वर्ग के लोगों सहित सभी वर्गों के लोगों ने उसमें अपना योगदान दिया था. हर कौम के पूर्वजों ने अपना बलिदान देकर आजादी की लड़ाई लड़ी थी, लेकिन ऐसे बेईमान और गद्दारों के कारण आज सब लोग हमारी समाज पर थूक रहे हैं. उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने केवल एक समाज के योगदान का मुद्दा लोकसभा में उठाया जबकि हर वर्ग का योगदान आजादी की लड़ाई में था. अब यह लड़ाई वह लड़ेंगे और जनता को न्याय दिलाएंगे.
यह बिजनेसमैन हैं
उन्होंने बताया कि बीजेपी प्रत्याशी राहुल सिंह और प्रद्युम्न सिंह बिजनेसमैन है. इन्हें जनता की सेवा नहीं करना बल्कि धन कमाने के लिए राजनीति में आए हैं. उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी पर भी निशाना साधा और कहा कि वह भी बिजनेसमैन हैं और इस चुनाव में भाजपा तीसरी और चौथी नंबर पर पहुंचने वाली है. जनता ने मन बना लिया है. लोधी समाज ही नहीं बल्कि सभी समाजों का उन्हें भरपूर सहयोग मिलेगा और राहुल सिंह की हार होगी.
मेरी जान को खतरा
वैभव सिंह ने कहा कि उनकी जान को खतरा है लेकिन वह फिर भी चुनाव लड़ेंगे. यदि मुझे कुछ भी हो जाता है तो इसके लिए भाजपा और राहुल सिंह जिम्मेदार रहेंगे. अब सोशल मीडिया पर उनका चुनाव चिन्ह नहीं बल्कि देश भर की मीडिया पर यह चप्पल ही दिखाई देगी. वैभव ने आम जनता से अपील की कि इस चुनाव में वह ऐसे दलबदलू और बिकाऊ लोगों को चप्पल मार कर भारी बहुमतों से हराये.
17 अप्रैल को होगा मतदान
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दिए गए निर्देशों में दमोह के रिक्त पद को भरने की प्रक्रिया सतत जारी है. कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी तरूण राठी ने बताया नाम निर्देशन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 30 मार्च है. नाम-निर्देशन पत्रों की संवीक्षा 31 मार्च को होगी. नाम निर्देशन पत्र 3 अप्रैल तक वापस लिए जा सकेंगे. मतदान 17 अप्रैल को होगा. मतों की गणना 2 मई को दमोह जिला मुख्यालय पर की जाएगी.