लखनऊ : पूर्व मंत्री व समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान की सहकारिता बैंक की ओर से खूब मदद की गई थी. जांच में सामने आया है कि सहकारी बैंक के अधिकारियों के निर्देश पर असम के जौहर ट्रस्ट, रामपुर गर्ल्स पब्लिक स्कूल, रामपुर पब्लिक स्कूल और जौहर यूनिवर्सिटी के खाते बिना किसी दस्तावेज के खोल दिए गए थे. बीती दिनों इनकम टैक्स की छापेमारी के दौरान सहकारी बैंक और आजम के बीच के रिश्तों की पोल खुली तो सहकारिता विभाग ने जांच करवाई जिसमें यह खुलासा हुआ है.
आयकर विभाग ने बीते दिनों तीन दिन तक आजम खान के ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस दौरान आजम और उनके सस्थानों के तमाम खातों की जांच के दौरान सामने आया था कि उनके कुछ खाते सहकारी बैंक में भी हैं. लिहाजा इनकम टैक्स विभाग ने बैंक से खाते खोलने के लिए जमा किए गए पेपर्स तलब किए, लेकिन बैंक उपलब्ध नहीं करा पाया. सहकारिता विभाग ने जब जांच की तो सामने आया कि नियमानुसार किसी व्यावसायिक या शैक्षणिक संस्था का बैंक में चालू खाता ही खोला जाता है. चालू खाता खोलने के लिए भी संस्था को संस्था के बॉयलॉज, ट्रस्ट डीड की प्रति बैंक में जमा करनी होती है, लेकिन आजम खान के मामले में ऐसा नहीं हुआ और सपा शासन में जौहर ट्रस्ट के रजिस्ट्रेशन पत्र के आधार पर ही ट्रस्ट का बचत खाता खोल दिया गया. इतना ही नहीं रामपुर स्थित आजम के जौहर विश्वविद्यालय, रामपुर गर्ल्स पब्लिक स्कूल और रामपुर बॉयज पब्लिक स्कूल का बचत खाते बैंक में खोले गए.
इसके अलावा आजम खान की चारों संस्थाओं के कर्मचारियों के वेतन भत्तों का भुगतान के अलावा अन्य खर्च और आय की बचत इन्हीं खातों में होती थी. जांच में सामने आया है कि सहकारी बैंक में अभी भी ढाई करोड़ रुपये से अधिक राशि जमा है. बता दें, इनकम टैक्स ने बीते दिनों आजम खान के रामपुर, लखनऊ, सीतापुर समेत कई जिलों में 20 ठिकानों पर छापेमारी की थी. यह छापेमारी जौहर ट्रस्ट को लेकर को गई थी. आरोप था कि आजम खान ने ट्रस्ट के सहारे वित्तीय अनियमितता की है. यह छापेमारी तीन दिनों तक चली थी.
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