काठमांडू : नेपाल के पर्वतीय मुस्तांग जिले में रविवार को तारा एअर का विमान (Tara Air plane) खराब मौसम की वजह से दुर्घटनाग्रस्त हुआ था. नेपाल के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएएएन) की प्रारंभिक जांच में यह पता चला है. विमान में चार भारतीय समेत 22 यात्री सवार थे. कनाडा में निर्मित ट्वीन ओट्टर 9एन एईटी विमान रविवार सुबह पर्यटक शहर पोखरा से उड़ान भरने के कुछ मिनटों बाद पर्वतीय क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. विमान में चार भारतीय, दो जर्मन और 13 नेपाली यात्रियों के अलावा चालक दल के तीन नेपाली सदस्य सवार थे. उधर, नेपाल सेना की ओर से जानकारी दी गई कि 'तारा एअर' विमान हादसे में मारे गए सभी लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं.
अधिकारियों ने बताया कि सरकार ने तारा एअर विमान दुर्घटना की वजह का पता लगाने के लिए वरिष्ठ वैमानिक इंजीनियर रतिश चंद्र लाल सुमन की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय जांच आयोग का गठन किया है. सीएएएन के महानिदेशक प्रदीप अधिकारी ने सोमवार को संसद की अंतरराष्ट्रीय समिति की बैठक में कहा कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि विमान खराब मौसम के कारण बाईं ओर मुड़ने के बजाय दाईं ओर मुड़ने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. विमान का मलबा सोमवार सुबह मुस्तांग जिले की थसांग ग्रामीण म्युनिसिपैलिटी-2 में मिला दुर्घटनास्थल जोमसोम हवाई अड्डे से आठ समुद्री मील की दूरी पर स्थित है.
बचावकर्ताओं ने दुर्घटनाग्रस्त विमान के मलबे से सभी यात्रियों के शव निकाल लिए हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि घटना की मुख्य वजह खराब मौसम होने की संभावना है. सीएएन के पूर्व महानिदेशक राज कुमार छेत्री ने कहा कि विमान की आयु इस दुर्घटना की वजह नहीं है. उन्होंने कहा, 'घटना के पीछे रविवार को खराब मौसम की वजह हो सकती है.' उन्होंने कहा कि हालांकि, इस घटना के पीछे की वजह जांच पूरी होने के बाद ही पता चलेगी. छेत्री ने रिपब्लिका से कहा, 'हमारी भौगोलिक स्थिति ज्यादा ऊंचे पर्वतों की है, साथ ही लगातार बदलती हवा और मौसम की प्रवृत्तियों से विमानों को ऊंचे इलाकों में और कम दृश्यता में दिक्कतें होती हैं.'
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(पीटीआई-भाषा)