नई दिल्ली : देश में अगस्त से सितंबर की अवधि में दक्षिण-पश्चिम मानसून के सामान्य रहने की संभावना है. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने सोमवार को जानकारी दी. आईएमडी के मुताबिक देश के उत्तर-पश्चिम, पूर्व और उत्तर-पूर्वी के कई हिस्सों में सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है.
प्रायद्वीपीय भारत और आस-पास के मध्य भारत के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक सामान्य वर्षा होने की संभावना है. आईएमडी ( India Meteorological Department) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र (Mrutyunjay Mohapatra) ने एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए ये बातें कही.
हालांकि, मध्य और पूर्वी भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर पर एसएसटी में ठंडक की प्रवृत्ति दिखाई दे रही है. उन्होंने बताया कि प्रशांत पर ईएनएसओ की स्थिति के अलावा, हिंद महासागर एसएसटी जैसे अन्य कारक भी भारतीय मानसून को प्रभावित करते हैं.
नवीनतम पूर्वानुमानों से संकेत मिलता है कि मानसून के शेष भाग के दौरान नकारात्मक आईओडी की स्थिति बरकरार रहेगी. भविष्यवाणी के अनुसार, 4 अगस्त तक मध्य और आसपास के उत्तर-पश्चिम भारत (पश्चिम मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान) पर भारी बारिश की वर्तमान गतिविधि जारी रहने की संभावना है.
जबकि अगले 4-5 दिनों के दौरान प्रायद्वीपीय भारत और इससे सटे पूर्व-मध्य भारत (महाराष्ट्र और गुजरात) राज्य में कम वर्षा की संभावना है.
2 से 6 अगस्त के दौरान मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है. 2 और 3 अगस्त को पश्चिमी मध्य प्रदेश मेंअत्यंत भारी वर्षा की भी बहुत संभावना है. 3 अगस्त को पूर्वी राजस्थान में भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है.
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आईएमडी ने देश भर में 2021 दक्षिण-पश्चिम मानसून मौसमी (जून से सितंबर) वर्षा के लिए 16 अप्रैल को पहले चरण का पूर्वानुमान और 1 जून 2021 को पूर्वानुमान के लिए पहला अपडेट जारी किया था.