नई दिल्ली : इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने मंगलवार को आयुष मंत्रालय और आधुनिक चिकित्सा को एकीकृत करने के सरकार के फैसले को वापस लेने की अपनी मांग दोहराई. देश भर में आधुनिक चिकित्सा डॉक्टरों ने दवा के सभी रूपों को एकीकृत करने के सरकार के फैसले के खिलाफ दो घंटे प्रदर्शन किया.
इस दौरान आईएमए अध्यक्ष डॉ राजन शर्मा ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि यह बस शुरुआत है. आने वाले समय में देश भर के आधुनिक चिकित्सा डॉक्टर सरकार के इस फैसले के खिलाफ सड़कों पर उतरेंगे. उन्होंने आगे कहा कि अधिकारियों के निर्णय ने देशवासियों के जीवन को खतरे में डाल दिया है.
डॉ शर्मा ने कहा कि सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसिन (CCIM) और आयुष मंत्रालय लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहा है. ऐसी गंभीर स्थिति में, हम प्रधानमंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध करते हैं. उन्होंने कहा कि आयुर्वेद कभी भी आधुनिक चिकित्सा के साथ नहीं मिलाया जा सकता है.
आईएमए अध्यक्ष ने कहा कि हम सरकार के इस फैसले के खिलाफ अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे. आयुर्वेद के डॉक्टर सर्जरी कैसे कर सकते हैं. दो साल की अवधि में सर्जरी करना सीखना संभव नहीं है.
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आईएमए के विरोध प्रदर्शन में निजी और सरकारी दोनों क्षेत्रों के हजारों डॉक्टरों ने CCIM के फैसले के खिलाफ किए जा रहे प्रदर्शन में हिस्सा लिया. देश भर में करीब दस हजार स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किया गया.