पणजी (गोवा) : गोवा कांग्रेस विधायक संकल्प अमोनकर ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की है. ताकि उनकी बेटी के कारोबार की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच का मार्ग प्रशस्त हो सके. पत्रकारों से बात करते हुए, मोरमुगाओ के एक विधायक अमोनकर ने कहा कि गोवा में विभिन्न विभाग वर्तमान में आरटीआई कार्यकर्ता एड आयर्स रॉड्रिक्स द्वारा दायर शिकायत पर पूछताछ कर रहे हैं. अमोनकर ने कहा कि स्मृति ईरानी ने अपनी कुख्यात स्नातक डिग्री झूठ के मुद्दे के बाद गोवा में अपने परिवार द्वारा संचालित व्यवसाय पर एक बार फिर पूरे देश से झूठ बोला है.
सभी परिस्थितिजन्य साक्ष्य, जिसकी तस्दीक 2019 के चुनावों के दौरान ईसीआई के समक्ष दायर उनके नवीनतम हलफनामे भी करते हैं. रजिस्ट्रार के दस्तावेज कंपनियों के महाराष्ट्र और जीएसटी विवरण प्रथम दृष्टया साबित करते हैं कि असागाओ गोवा में विवादित रेस्तरां, 'सिली सोल्स कैफे एंड बार' उनके परिवार द्वारा चलाया जाता है. कांग्रेस नेता ने कहा कि इस मामले में जिन अवैधताओं की ओर इशारा किया गया है उनमें अवैध शराब लाइसेंस जारी करना और रेस्तरां का अवैध निर्माण शामिल है जिसमें विभिन्न कानूनों का उल्लंघन हुआ है.
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उन्होंने कहा कि यह भी संदेह है कि यह पूरा कारोबार 'बेनामी' शैली पर चलाया गया है और इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि संपत्ति पर 'बेनामी' के रूप में भी कब्जा है. अमोनकर ने कहा कि आबकारी, पंचायत, जीएसटी, टाउन एंड कंट्री डिपार्टमेंट आदि सहित गोवा सरकार के विभिन्न विभाग मामले की जांच में शामिल हैं और चूंकि केंद्र और राज्य सरकारें एक ही राजनीतिक दल (भाजपा) द्वारा चलाई जाती हैं, इसलिए यह काफी स्वाभाविक है कि विभिन्न प्राधिकरण और उनके मुखिया जिनमें मुख्यमंत्री और उनके कैबिनेट मंत्री भी शामिल हैं, स्मृति ईरानी और उनके परिवार को बचाने के लिए अत्यधिक दबाव में हैं.
गोवा के महिला एवं बाल विकास मंत्री विश्वजीत राणे का हवाला देते हुए कांग्रेस विधायक ने कहा कि राणे ने हाल के एक बयान में कहा है कि स्मृति ईरानी उनकी 'बॉस' हैं. अमोनकर ने कहा कि यह भी बताया जा सकता है कि गोवा के कैबिनेट मंत्री विश्वजीत राणे दुर्भाग्य से टाउन एंड कंट्री प्लानिंग मंत्रालय भी रखते हैं, जो वर्तमान में टीसीपी विभाग में ईरानी के कथित मामले की जांच कर रहा है. उन्होंने आगे कहा कि हमारी जोरदार मांग है कि स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच का मार्ग प्रशस्त करने के लिए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को तुरंत मंत्रिपरिषद से हटा दिया जाए.
अमोनकर ने कहा कि अगर ईरानी निर्दोष साबित होती हैं तो उचित जांच के बाद पीएम मोदी निश्चित रूप से उन्हें मंत्रिपरिषद में फिर से शामिल कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तत्काल प्रभाव से स्मृति ईरानी को मंत्रिपरिषद से हटाकर त्वरित कार्रवाई करेंगे.