चेन्नई: चेन्नई शहर के वेलाचेरी रिहायशी इलाके में स्थित अपने घर में आईआईटी मद्रास के एक पीएचडी शोधार्थी ने आत्महत्या कर ली. यह खतरनाक कदम उठाने से कुछ क्षण पहले, उसने अपने फोन की स्टेटस को "आई एम सॉरी, नॉट गुड. एनफ" के रूप में अपडेट किया था. यह दिल को दहला देने वाली घटना शुक्रवार को हुई. वेलाचेरी पुलिस ने कहा, "पश्चिम बंगाल के 32 वर्षीय सचिन कुमार जैन शुक्रवार सुबह हमेशा की तरह आईआईटी-मद्रास गए थे. हालांकि, वह कक्षा में किसी को बताए बिना दोपहर 12 बजे के आसपास किराए के घर लौट आए, जिसे उन्होंने दो अन्य लोगों के साथ साझा किया था." घर पहुंचने के तुरंत बाद, उसने अपना फोन स्टेटस अपडेट किया "आई एम सॉरी, नॉट गुड. एनफ".
उसके कुछ दोस्त, जिन्होंने यह स्टेटस देखा, जिसके बाद वह उसे देखने के लिए उसकी कक्षा में पहुँचे. लेकिन वह वहां नहीं था, उनमें से कुछ दोस्त उसके घर पहुंचे, जहां उन्होंने पाया कि दरवाजा अंदर से बंद था. छात्रों ने दरवाजा तोड़ा तो उसे पंखे से लटका पाया. वेलाचेरी पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और उसके साथ ही शव को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी रॉयपेट्टाह अस्पताल भेज दिया.
सचिन कुमार जैन की आत्महत्या का तात्कालिक कारण ज्ञात नहीं हो पाया है. पुलिस ने मामला दर्ज कर घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है.
इससे पहले इसी साल 12 फरवरी को, IIT बॉम्बे के एक 18 वर्षीय छात्र ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी. उनके माता-पिता ने आरोप लगाया कि कैंपस में जाति आधारित उत्पीड़न के कारण दर्शन सोलंकी की मौत हुई. उनके परिवार के सदस्यों ने बुधवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखा, जिसमें आरोप लगाया गया कि राज्य पुलिस और विशेष जांच दल (एसआईटी) लगभग दो सप्ताह से प्राथमिकी दर्ज करने से "इनकार" कर रहे हैं.
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