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आईआईटी हैदराबाद के शोधकर्ताओं ने विकसित किया 'जीवन लाइट' वेंटिलेटर

जीवन लाइट एक स्मार्ट वेंटिलेशन सिस्टम है जो पोर्टेबल है और लिथियम-आयन बैटरी द्वारा संचालित है. यह सिमवी, सीएमवी, एडेप्टिव और हाइब्रिड वेंटिलेशन मोड में पांच घंटे तक निर्बाध रूप से काम करता है. इसे आईआईटी हैदराबाद के शोधकर्ताओं ने विकसित किया है. क्या है इसकी खासियत, पढे़ं पूरी खबर.

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Published : Mar 31, 2022, 9:51 PM IST

हैदराबाद : महामारी के दौरान वेंटिलेटर की तलाश में लोगों को जिन कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, उससे IIT हैदराबाद के शोधकर्ता काफी चकित थे. सिरिल एंटनी और राजेश यादव ने मिलकर इस मुद्दे को हल करने के लिए विशेष भूमिका निभाई है. उन्होंने जीवन लाइट, एक पोर्टेबल वेंटिलेशन सिस्टम को सस्ती कीमत पर तैयार किया है. स्मार्ट आईओटी-आधारित वेंटिलेटर का उद्घाटन हाल ही में तेलंगाना और पुडुचेरी के राज्यपाल डॉ तमिलिसाई सुंदरराजन द्वारा सार्वजनिक उपयोग के लिए किया गया था.

महामारी के दौरान लोग ऑक्सीजन बेड और वेंटिलेटर की तलाश में लोग इधर-उधर भाग रहे थे. ऑक्सीजन की कमी के कारण कई लोगों की मृत्यु हो गई. इसने सिरिल और राजेश को हिलाकर रख दिया. इसके बाद दोनों ने एक वेंटिलेटर डिजाइन किया. सिरिल और राजेश सेंटर फॉर हेल्थकेयर एंटरप्रेन्योरशिप के बायोडिजाइन इनोवेशन फेलो थे. उन्होंने आईआईटी-एच में इनक्यूबेटेड एरोबायोसिस इनोवेशन की सह-स्थापना की, जिसका उद्देश्य किफायती चिकित्सा उपकरण विकसित करना है. उन्होंने महामारी के दौरान वेंटिलेटर की भारी कमी देखी, जिसके कारण उन्हें जीवन लाइट विकसित करना पड़ा. वे इस प्रोजेक्ट पर डेढ़ साल से काम कर रहे हैं.

जीवन लाइट एक स्मार्ट वेंटिलेशन सिस्टम है जो पोर्टेबल है और लिथियम-आयन बैटरी द्वारा संचालित है. यह सिमवी, सीएमवी, एडेप्टिव और हाइब्रिड वेंटिलेशन मोड में पांच घंटे तक निर्बाध रूप से काम करता है. 5वी बैटरी बैकअप के साथ, डिवाइस में 10,000 ब्रीद इवेंट लॉक सेट अप हैं. डिवाइस पर्याप्त अवधि के लिए वेंटिलेशन प्रदान करता है. वास्तव में, यह भारतीय चिकित्सा स्थितियों के अनुरूप बनाया गया है.

बाजार में अधिकांश वेंटिलेटर केवल चिकित्सीय उपकरण हैं. लेकिन जीवन लाइट एक समग्र पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान करता है. फिलहाल एरोबायोसिस एक महीने में 40 से 50 जीवन लाइट यूनिट का उत्पादन कर रही है. आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु और पुडुचेरी में पीएचसी में लागत प्रभावी वेंटिलेटर स्थापित किया जा रहा है. सिरिल और राजेश ऑर्डर की संख्या के आधार पर उत्पादन क्षमता बढ़ाने की योजना बना रहे हैं.

सिरिल एंटनी का कहना है कि एक आईआईटीयन के तौर पर यह उनकी जिम्मेदारी है कि वह समाज की समस्याओं का समाधान ढूंढे. उन्होंने कहा कि एरोबायोसिस नवजात वेंटिलेटर भी डिजाइन करने पर काम कर रहा है. वह अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रवेश करना चाहता है और विकासशील देशों को किफायती चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति करना चाहता है. राजेश ने कहा कि उनका इरादा जीवन लाइट को विश्व बाजार में लॉन्च करने का है.

ये भी पढे़ं : केंद्र ने नागालैंड, असम व मणिपुर में AFSPA के तहत अशांत क्षेत्र कम करने का लिया फैसला : शाह

हैदराबाद : महामारी के दौरान वेंटिलेटर की तलाश में लोगों को जिन कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, उससे IIT हैदराबाद के शोधकर्ता काफी चकित थे. सिरिल एंटनी और राजेश यादव ने मिलकर इस मुद्दे को हल करने के लिए विशेष भूमिका निभाई है. उन्होंने जीवन लाइट, एक पोर्टेबल वेंटिलेशन सिस्टम को सस्ती कीमत पर तैयार किया है. स्मार्ट आईओटी-आधारित वेंटिलेटर का उद्घाटन हाल ही में तेलंगाना और पुडुचेरी के राज्यपाल डॉ तमिलिसाई सुंदरराजन द्वारा सार्वजनिक उपयोग के लिए किया गया था.

महामारी के दौरान लोग ऑक्सीजन बेड और वेंटिलेटर की तलाश में लोग इधर-उधर भाग रहे थे. ऑक्सीजन की कमी के कारण कई लोगों की मृत्यु हो गई. इसने सिरिल और राजेश को हिलाकर रख दिया. इसके बाद दोनों ने एक वेंटिलेटर डिजाइन किया. सिरिल और राजेश सेंटर फॉर हेल्थकेयर एंटरप्रेन्योरशिप के बायोडिजाइन इनोवेशन फेलो थे. उन्होंने आईआईटी-एच में इनक्यूबेटेड एरोबायोसिस इनोवेशन की सह-स्थापना की, जिसका उद्देश्य किफायती चिकित्सा उपकरण विकसित करना है. उन्होंने महामारी के दौरान वेंटिलेटर की भारी कमी देखी, जिसके कारण उन्हें जीवन लाइट विकसित करना पड़ा. वे इस प्रोजेक्ट पर डेढ़ साल से काम कर रहे हैं.

जीवन लाइट एक स्मार्ट वेंटिलेशन सिस्टम है जो पोर्टेबल है और लिथियम-आयन बैटरी द्वारा संचालित है. यह सिमवी, सीएमवी, एडेप्टिव और हाइब्रिड वेंटिलेशन मोड में पांच घंटे तक निर्बाध रूप से काम करता है. 5वी बैटरी बैकअप के साथ, डिवाइस में 10,000 ब्रीद इवेंट लॉक सेट अप हैं. डिवाइस पर्याप्त अवधि के लिए वेंटिलेशन प्रदान करता है. वास्तव में, यह भारतीय चिकित्सा स्थितियों के अनुरूप बनाया गया है.

बाजार में अधिकांश वेंटिलेटर केवल चिकित्सीय उपकरण हैं. लेकिन जीवन लाइट एक समग्र पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान करता है. फिलहाल एरोबायोसिस एक महीने में 40 से 50 जीवन लाइट यूनिट का उत्पादन कर रही है. आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु और पुडुचेरी में पीएचसी में लागत प्रभावी वेंटिलेटर स्थापित किया जा रहा है. सिरिल और राजेश ऑर्डर की संख्या के आधार पर उत्पादन क्षमता बढ़ाने की योजना बना रहे हैं.

सिरिल एंटनी का कहना है कि एक आईआईटीयन के तौर पर यह उनकी जिम्मेदारी है कि वह समाज की समस्याओं का समाधान ढूंढे. उन्होंने कहा कि एरोबायोसिस नवजात वेंटिलेटर भी डिजाइन करने पर काम कर रहा है. वह अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रवेश करना चाहता है और विकासशील देशों को किफायती चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति करना चाहता है. राजेश ने कहा कि उनका इरादा जीवन लाइट को विश्व बाजार में लॉन्च करने का है.

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