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आईआईटी हैदराबाद ने बनाया 'कोविहोम', घर बैठे करें कोरोना टेस्ट

आईआईटी हैदराबाद के प्रोफेसर ने एक नई किट 'कोविहोम' (COVIHOME) डेवलप की है. इससे लोग घर बैठे कोरोना का टेस्ट कर सकते हैं. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Jul 16, 2021, 8:07 PM IST

हैदराबाद : इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी हैदराबाद के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर शिव गोविंद सिंह ने एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-संचालित कोविड-19 परीक्षण किट विकसित किया है, जिससे टेस्ट घर पर सस्ती कीमत पर किया जा सकता है. इस किट का नाम 'कोविहोम' (COVIHOME) रखा गया है.

फिलहाल इसे आईसीएमआर का अप्रूवल नहीं मिला है.

यह परीक्षण किट 30 मिनट के भीतर परिणाम दे सकता है. इस परीक्षण किट का प्रमुख लाभ यह है कि इसमें आरटी-पीसीआर (रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पोलीमरेज़ चेन रिएक्शन), एक विशेषज्ञ मानव संसाधन और आरएनए के निष्कर्षण के लिए एक बीएसएल 2 प्रयोगशाला सुविधा की आवश्यकता नहीं होती है.

सीएसआईआर-सीसीएमबी ने आईसीएमआर की सलाह के अनुसार इन-हाउस नमूनों और अस्पताल के नमूनों के साथ स्वतंत्र रूप से स्वाब नमूनों में सार्स-कोव-2 वायरस का पता लगाने के लिए रैपिड आरएनए इलेक्ट्रॉनिक डायग्नोस्टिक डिवाइस का सत्यापन किया है. इन नमूनों की आरटी-पीसीआर विधि द्वारा उनकी पॉजिटिविटी और नेगेटिविटी की पुष्टि की गई थी. सत्यापन रिपोर्ट ने किट की दक्षता 94.2%, संवेदनशीलता 91.3% और विशिष्टता 98.2% की पुष्टि की. इससे प्रत्येक परीक्षण की लागत लगभग 400 रुपये हो जाएगी.

पढ़ें :- SARS-CoV-2 के पहचान के लिए नया उपकरण विकसित

कोविड-19 महामारी से निपटने में आईआईटी हैदराबाद की भूमिका के बारे में बताते हुए, आईआईटी हैदराबाद के निदेशक, प्रोफेसर बी एस मूर्ति ने कहा, संस्थान ने कई अनूठी और उपन्यास सामाजिक-तकनीकी पहल की है और इस महामारी के दौरान उल्लेखनीय परिणाम दिए हैं. प्रोफेसर शिव गोविंद का 'कोविहोम' ऐसा ही एक सराहनीय मील का पत्थर है. उन्होंने कहा, मुझे विश्वास है कि यह कोविड-19 के सुरक्षित और तेज़ निदान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और इसके प्रसार को कम करेगा.

हैदराबाद : इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी हैदराबाद के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर शिव गोविंद सिंह ने एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-संचालित कोविड-19 परीक्षण किट विकसित किया है, जिससे टेस्ट घर पर सस्ती कीमत पर किया जा सकता है. इस किट का नाम 'कोविहोम' (COVIHOME) रखा गया है.

फिलहाल इसे आईसीएमआर का अप्रूवल नहीं मिला है.

यह परीक्षण किट 30 मिनट के भीतर परिणाम दे सकता है. इस परीक्षण किट का प्रमुख लाभ यह है कि इसमें आरटी-पीसीआर (रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पोलीमरेज़ चेन रिएक्शन), एक विशेषज्ञ मानव संसाधन और आरएनए के निष्कर्षण के लिए एक बीएसएल 2 प्रयोगशाला सुविधा की आवश्यकता नहीं होती है.

सीएसआईआर-सीसीएमबी ने आईसीएमआर की सलाह के अनुसार इन-हाउस नमूनों और अस्पताल के नमूनों के साथ स्वतंत्र रूप से स्वाब नमूनों में सार्स-कोव-2 वायरस का पता लगाने के लिए रैपिड आरएनए इलेक्ट्रॉनिक डायग्नोस्टिक डिवाइस का सत्यापन किया है. इन नमूनों की आरटी-पीसीआर विधि द्वारा उनकी पॉजिटिविटी और नेगेटिविटी की पुष्टि की गई थी. सत्यापन रिपोर्ट ने किट की दक्षता 94.2%, संवेदनशीलता 91.3% और विशिष्टता 98.2% की पुष्टि की. इससे प्रत्येक परीक्षण की लागत लगभग 400 रुपये हो जाएगी.

पढ़ें :- SARS-CoV-2 के पहचान के लिए नया उपकरण विकसित

कोविड-19 महामारी से निपटने में आईआईटी हैदराबाद की भूमिका के बारे में बताते हुए, आईआईटी हैदराबाद के निदेशक, प्रोफेसर बी एस मूर्ति ने कहा, संस्थान ने कई अनूठी और उपन्यास सामाजिक-तकनीकी पहल की है और इस महामारी के दौरान उल्लेखनीय परिणाम दिए हैं. प्रोफेसर शिव गोविंद का 'कोविहोम' ऐसा ही एक सराहनीय मील का पत्थर है. उन्होंने कहा, मुझे विश्वास है कि यह कोविड-19 के सुरक्षित और तेज़ निदान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और इसके प्रसार को कम करेगा.

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