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भारत ने कोरोना वायरस के नये प्रकार को सफलतापूर्वक 'कल्चर' किया - new coronavirus strain

ब्रिटेन में सामने आए कोरोना वायरस के नए प्रकार (स्ट्रेन) का भारत ने सफलतापूर्वक कल्चर किया है. इसकी जानकारी भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने दी.

कोराना के नए प्रकार
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Published : Jan 2, 2021, 10:14 PM IST

Updated : Jan 2, 2021, 10:22 PM IST

नई दिल्ली : भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने शनिवार को कहा कि ब्रिटेन में सामने आए कोरोना वायरस के नये प्रकार (स्ट्रेन) का भारत ने सफलतापूर्वक कल्चर किया है.

कल्चर एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसके तहत कोशिकाओं को नियंत्रित परिस्थितियों के तहत उगाया जाता है और आमतौर पर उनके प्राकृतिक वातावरण के बाहर ऐसा किया जाता है.

आईसीएमआर ने एक ट्वीट में दावा किया कि किसी भी देश ने ब्रिटेन में पाये गये सार्स-कोवी-2 के नये प्रकार को अब तक सफलतापूर्वक पृथक या कल्चर नहीं किया है.

आईसीएमआर ने कहा कि वायरस के ब्रिटेन में सामने आये नये प्रकार को सभी स्वरूपों के साथ राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान में अब सफलतापूर्वक पृथक और कल्चर कर दिया गया है. इसके लिए नमूने ब्रिटेन से लौटे लोगों से एकत्र किये गये थे.

उल्लेखनीय है कि ब्रिटेन ने हाल ही में घोषणा की थी कि वहां लोगों में वायरस का एक नया प्रकार पाया गया है, जो 70 प्रतिशत तक अधिक संक्रामक है.

यह भी पढ़ें- भारत बायोटेक की कोवैक्सिन को मिली आपात उपयोग की मंजूरी

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा था कि सार्स-कोवी-2 के इस नये स्ट्रेन से भारत में अब तक कुल 29 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है.

नई दिल्ली : भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने शनिवार को कहा कि ब्रिटेन में सामने आए कोरोना वायरस के नये प्रकार (स्ट्रेन) का भारत ने सफलतापूर्वक कल्चर किया है.

कल्चर एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसके तहत कोशिकाओं को नियंत्रित परिस्थितियों के तहत उगाया जाता है और आमतौर पर उनके प्राकृतिक वातावरण के बाहर ऐसा किया जाता है.

आईसीएमआर ने एक ट्वीट में दावा किया कि किसी भी देश ने ब्रिटेन में पाये गये सार्स-कोवी-2 के नये प्रकार को अब तक सफलतापूर्वक पृथक या कल्चर नहीं किया है.

आईसीएमआर ने कहा कि वायरस के ब्रिटेन में सामने आये नये प्रकार को सभी स्वरूपों के साथ राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान में अब सफलतापूर्वक पृथक और कल्चर कर दिया गया है. इसके लिए नमूने ब्रिटेन से लौटे लोगों से एकत्र किये गये थे.

उल्लेखनीय है कि ब्रिटेन ने हाल ही में घोषणा की थी कि वहां लोगों में वायरस का एक नया प्रकार पाया गया है, जो 70 प्रतिशत तक अधिक संक्रामक है.

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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा था कि सार्स-कोवी-2 के इस नये स्ट्रेन से भारत में अब तक कुल 29 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है.

Last Updated : Jan 2, 2021, 10:22 PM IST
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