जयपुर. IAS दंपती प्रदीप गवांडे और टीना डाबी को पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई है. इस खास मौके पर उन्हें मिल रही बधाइयों और शुभकामनाओं के बीच ट्विटर पर टीना डाबी टॉप ट्रेंड कर रही है. खासतौर से इस मौके पर जैसलमेर में पाक विस्थापित महिला के आशीर्वाद की चर्चा हो रही है, जिसने पुनर्वास के लिए जमीन दिए जाने पर तत्कालीन कलेक्टर टीना डाबी को महिला ने पुत्र रत्न की प्राप्ति का आशीर्वाद दिया था. इसके बाद टीना डाबी ने कहा था कि उन्हें पुत्र या पुत्री से फर्क नहीं होता है, लेकिन चर्चा है कि टीना डाबी और प्रदीप गवांडे की जिंदगी में आए खुशी के इस लम्हे के पीछे उस वृद्ध महिला का आशीर्वाद है.
जयपुर के अस्पताल में हुई है डिलीवरी : टीना डाबी 5 जुलाई से मैटरनिटी लीव पर थीं और जयपुर की एक निजी अस्पताल में उनकी डिलीवरी हुई है. पिछले हफ्ते टीना डाबी की बहन रीया डाबी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर टीना डाबी के बेबी शावर की तस्वीरों को साझा किया था, जिसमें गोद भराई की रस्म में भी नजर आईं. इस दौरान डाबी बहनें अपने पतियों के साथ दिखाई दीं. वहीं, बाकी रिश्तेदार भी नजर आए.
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जैसलमेर में दिया महिला सशक्तिकरण का संदेश : टीना डाबी प्रशासनिक अधिकारी के ओहदे पर रहते हुए समाज में महिला सशक्तिकरण के लिए भी काम करती रही है. जैसलमरने कलेक्टर के पद पर उन्होंने शक्ति, लेडीज फर्स्ट जैसे कार्यक्रम का आगाज किया था. 9 नवंबर 1989 को दिल्ली में जन्मीं टीना डाबी ने 2015 यूपीएससी की परीक्षा को टॉप किया था और राजस्थान कैडर पर पोस्टेड हुईं थीं. मैटरनिटी लीव पर आने से पहले वह जैसलमेर में कलेक्टर पद पर काबिज थीं, जहां पाकिस्तान से आए विस्थापित परिवारों के कैंप में उन्हें पुत्र प्राप्ति का आशीर्वाद मिला था.