भोपाल। मध्यप्रदेश में काले धन को लेकर तीन साल पहले सुर्खियों में आने वाली IAS रानी बंसल की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं. मध्यप्रदेश सरकार की अनुशंसा पर केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय ने (IAS Rani Bansal) रानी बंसल की सेवाएं समाप्त करने का आदेश जारी किया है. मंत्रालय ने डीम्ड रेजिग्नेशन मानकर उनकी सेवाएं समाप्त करने की बात कही है. 2015 बैच की आईएस रानी बंसल देवास जिले में बतौर SDM पदस्थ थीं जो तीन साल से बिना किसी सूचना के लापता थीं.
राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद सेवाएं समाप्त: 2015 बैच की आईएएस रानी बंसल की आखिरी पोस्टिंग 2019 में देवास के बागली में एसडीएम के पद पर थी. 31 मई 2019 से वो बिना बताए गायब थीं. रानी बंसल ने अवकाश का आवेदन नही दिया और न ही इस्तीफे की जानकारी दी थी. लंबे समय तक गायब रहने पर मप्र के सामान्य प्रशासन विभाग ने DOPT को डीम्ड रेजिग्नेशन का प्रस्ताव बनाकर भेजा था जिसे DOPT ने स्वीकार कर लिया है. राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद 1 जून 2019 से उनका इस्तीफा मंजूर माना गया है.
मंच पर पहुंचते ही एक्शन में शिवराज, निवाड़ी कलेक्टर हटाए गए और तहसीलदार निलंबित
कालेधन को लेकर सुर्खियों में छाई: रानी बंसल भोपाल की रहने वाली हैं. भोपाल की ही RGPV यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग में उन्होंने ग्रेजुएशन किया है. जॉब छोड़कर सिविल सेवा की तैयारी की और 2015 में उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में 64वीं रैंक हासिल की थी.(missing ias rani bansal) इसके बाद मध्यप्रदेश कैडर की भारतीय प्रशासनिक सेवा की अफसर बनीं. पिता राजेन्द्र गुप्ता फार्मेसी संचालक हैं. रानी बंसल के पति कस्टम में इंस्पेक्टर है. 2017 में जब रानी नरसिंहपुर के गाडरवारा में पदस्थ थीं तब पति के दोस्त कस्टम इंस्पेक्टर परमानंद सिंघानिया के मामले में CBI की पूछताछ को लेकर वे चर्चा में आई थीं रानी बंसल को सीएम शिवराज ने भी सम्मानित किया था.