भोपाल। अपने बयान और पुस्तकों को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाले प्रदेश के IAS अधिकारी नियाज खान ने एक बार फिर देश के मुस्लिमों को दुबई की पद्धति से हटने की सलाह दी है. अपनी पुस्तक ब्राह्मण द ग्रेट के हिंदी संस्करण के लोकार्पण अवसर पर नियाज खान ने कहा कि भारत के मुसलमानों ने दुबई के शेख परिवारों को अपना आइडियल बना लिया है. वह पैगंबर मोहम्मद साहब के आइडियल को भूलते जा रहे हैं. मोहम्मद साहब ने गरीबी में अपनी जिंदगी बिताई है जबकि अरब और दुबई वाले सोने चांदी के शौचालय बना रहे हैं. उन्होंने मुसलमानों को मशवरा दिया कि अगर आपके पास पैसा है तो उसका सही जगह पर इस्तेमाल करें. गरीब मुसलमानों के बच्चों की शिक्षा पर खर्च कर उन्हें आगे बढ़ाने में मदद करें. उन्होंने कहा कि भारत का मुसलमान अरब-दुबई का रोल मॉडल नहीं हो सकता, देश में ही एक से बढ़कर एक रोल मॉडल हैं, अजमेर के राजा ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती साहब देश के बड़े रोल मॉडल हैं.
फिल्मी दुनिया के लोग सुपरस्टार नहीं: नियाज खान ने इस दौरान मंच से फिल्मी दुनिया के सितारों पर भी निशाना साधा. नियाज खान ने कहा कि फिल्मी दुनिया के यह लोग कैसे सुपरस्टार हो सकते हैं यह कैसे सुपरस्टार हैं, जो बनियान, गुटके आदि का विज्ञापन करते हैं. यह सुपरस्टार नहीं हो सकते क्योंकि यह जो ऐड करते हैं या तमाम काम करते हैं यह पैसा कमाने के लिए करते हैं और पैसा कमाने उनका उद्देश्य है.'ब्राह्मण द ग्रेट' के लेखक खान ने कहा कि मेरी नजर में सुपरस्टार तो वह गरीब ब्राह्मण और पंडित है जो सुबह-सुबह मंदिरों की सेवा फटी धोती में करते हैं जबकि वह भी सुपरस्टार हैं जो सैनिक देश की सीमाओं पर तैनात रहते हैं.
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शाकाहार अपनाने की सलाह: नियाज खान ने यहां शाकाहार का भी समर्थन किया और लोगों से भी शाकाहार अपनाने की बात कही. नियाज ने कहा कि वह शुरू से ही शाकाहारी हैं वह बनावटी शाकाहारी नहीं हैं उनका जेनेटिक ही शाकाहारी है. अपनी पुस्तक में नियाज ने फ्री की योजनाओं का लाभ लेने वालों पर भी तंज कसा है. उनका कहना है कि फ्री की जितनी योजनाएं चलाई जाती है उनसे कहीं ना कहीं लोग भ्रमित भी होते हैं और ऐसी योजनाओं का लाभ लेने से देश प्रगति नहीं कर पाता. इसके लिए लोगों को इन योजनाओं से दूर रहना चाहिए.