कुन्नूर : तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुए हेलीकॉप्टर हादसे का वीडियो बनाने वाले व्यक्ति का मोबाइल फोन फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी. इस हादसे में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (CDS) जनरल बिपिन रावत और 12 अन्य की मौत हो गई थी.
शादी समारोहों की तस्वीरें खींचने और वीडियो बनाने का काम करने वाले कोयंबटूर निवासी जोए आठ दिसंबर को पर्वतीय नीलगिरि जिले के कट्टेरी इलाके में अपने दोस्त नजार और उसके परिवार के सदस्यों की तस्वीरें खींचने गए थे.
उत्सुकतावश उन्होंने अपने मोबाइल फोन पर हादसे से कुछ मिनट पहले हेलीकॉप्टर का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया था. कोहरे में हेलीकॉप्टर के गायब हो जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. जिला पुलिस ने मामले में जांच के तहत, जोए का मोबाइल फोन कोयंबटूर स्थित फॉरेंसिक लैब भेज दिया है. पुलिस के मुताबिक, यह पता लगाने के लिए भी जांच की जा रही है कि फोटोग्राफर और कुछ अन्य लोग घने जंगलों में क्यों गए थे जो जंगली जानवरों के आने-जाने के चलते प्रतिबंधित क्षेत्र है.
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इस बीच, पुलिस विभाग ने चेन्नई के मौसम विभाग से हादसे वाले दिन के तापमान और मौसम से संबंधित जानकारियां मांगी हैं. पुलिस दुर्घटना के बारे में सुराग जुटाने के लिए प्रत्यक्षदर्शियों से भी सवाल-जवाब कर रही है. बुधवार को कुन्नूर के कटेरी-नंजप्पनचत्रम क्षेत्र में एमआई-17वीएच हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से जनरल रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य की मौत हो गई थी. भारतीय वायुसेना के एक अधिकारी की दुर्घटना में जान बच गई थी जिनका बेंगलुरु में इलाज चल रहा है.
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(पीटीआई-भाषा)