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कोलकाता झड़प पर बोले अभिषेक- मैं पुलिस की जगह होता, 'बदमाशों' के सिर में गोली मार देता

भाजपा ने मंगलवार को कोलकाता में पश्चिम बंगाल के राज्य सचिवालय 'नबन्ना' तक विरोध मार्च निकाला था. इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ झड़प हो गई थी. सोशल मीडिया में वायरल हुए वीडियो में भाजपा कार्यकर्ता पुलिस के साथ मारपीट करते और पुलिस वैन में आग लगाते दिख रहे हैं. हिंसक प्रदर्शन को लेकर सीएम ममता बनर्जी और टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee on Kolkata clashes) भाजपा पर निशाना साधा.

Abhishek Banerjee on Kolkata violence
कोलकाता हिंसा अभिषेक बनर्जी
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Published : Sep 14, 2022, 9:56 PM IST

Updated : Sep 14, 2022, 11:02 PM IST

कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee on Kolkata clashes) ने मंगलवार को कोलकाता में राज्य सचिवालय नबन्ना तक भाजपा के मार्च के दौरान स्थिति को संभालने में पुलिस द्वारा दिखाए गए धैर्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि अगर वह पुलिस की जगह होते, तोड़फोड़ करने वाले 'बदमाशों' को गोली मार देते. डायमंड हार्बर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले बनर्जी बुधवार को सरकारी एसएसकेएम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में इलाज करा रहे सहायक पुलिस आयुक्त देबोजीत चट्टोपाध्याय से मिलने पहुंचे.

उन्होंने कहा, 'मैं देवजीत चट्टोपाध्याय को इस तरह के धैर्य दिखाने के लिए सलाम करता हूं. अगर मैं उनकी जगह पर होता, पुलिस की गाड़ी में आग लगने के बाद, मैं बदमाशों के सिर में गोली मार देता. पुलिस आसानी से फायरिंग का सहारा ले सकती थी. लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के तहत, पुलिस संयमित है.'

रैली के लिए बाहर से ट्रेनों में सशस्त्र गुंडों को लाई थी भाजपा: ममता
इससे पहले, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि भाजपा राज्य सचिवालय नबन्ना तक के अपने मार्च के लिए राज्य के बाहर से ट्रेनों में बमों से लैस गुंडों को लेकर आई थी. तृणमूल कांग्रेस प्रमुख बनर्जी ने यह भी कहा कि पुलिस मंगलवार के विरोध मार्च के दौरान भाजपा के हिंसक प्रदर्शनकारियों पर गोली चला सकती थी, लेकिन सरकार ने अधिकतम संयम बरता. पूर्व मेदिनीपुर जिले के निमटौरी में एक प्रशासनिक बैठक के दौरान उन्होंने कहा, 'उस रैली में भाग लेने वालों ने कई पुलिसकर्मियों पर बेरहमी से हमला किया... पुलिस गोली चला सकती थी, लेकिन हमारे प्रशासन ने अधिकतम संयम का प्रदर्शन किया.'

रैली के दौरान, भाजपा समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प हुई. भाजपा समर्थकों ने पुलिस पर पथराव किया, एक वाहन में आग लगा दी और एक खोखा (कियोस्क) क्षतिग्रस्त कर दिया. वहीं पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया. इस झड़प में दोनों ओर के कई लोग घायल हो गए. बनर्जी ने कहा कि विरोध मार्च से यात्रियों और व्यापारियों को परेशानी हुई, क्योंकि यह राज्य के सबसे बड़े त्योहार दुर्गा पूजा से कुछ हफ्ते पहले आयोजित किया गया था.

उन्होंने कहा, 'हम लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के खिलाफ नहीं हैं लेकिन, भाजपा और उसके समर्थकों ने हिंसा, तोड़फोड़ और आगजनी का सहारा लिया. उन्होंने संपत्तियों को आग लगा दी और लोगों में भय उत्पन्न किया. हम इसकी अनुमति नहीं देंगे. गिरफ्तारियां की जा रही हैं और कानून अपना काम करेगा.'

यह भी पढ़ें- कलकत्ता HC ने भाजपा की रैली पर पुलिस कार्रवाई के लिए मुख्य सचिव से रिपोर्ट मांगी

अभिषेक बनर्जी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि तृणमूल नेता एक विशिष्ट गुंडे की भाषा बोल रहे हैं. मजूमदार ने कहा, 'पहले मुख्यमंत्री और अब उनके भतीजे लोगों को खुश होने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं.' मजूमदार ने कहा कि इस तरह की टिप्पणी से उनकी घटिया संस्कृति और मानसिकता का पता चलता है. मजूमदार ने कहा कि वो विपक्ष के नेता के बारे में इस तरह की भद्दी टिप्पणी कैसे कर सकते हैं. दरअसल, वह डर के कारण कुछ समझ नहीं पा रहे हैं और इसलिए वह अपनी भाषा पर नियंत्रण खो रहे हैं.

कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee on Kolkata clashes) ने मंगलवार को कोलकाता में राज्य सचिवालय नबन्ना तक भाजपा के मार्च के दौरान स्थिति को संभालने में पुलिस द्वारा दिखाए गए धैर्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि अगर वह पुलिस की जगह होते, तोड़फोड़ करने वाले 'बदमाशों' को गोली मार देते. डायमंड हार्बर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले बनर्जी बुधवार को सरकारी एसएसकेएम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में इलाज करा रहे सहायक पुलिस आयुक्त देबोजीत चट्टोपाध्याय से मिलने पहुंचे.

उन्होंने कहा, 'मैं देवजीत चट्टोपाध्याय को इस तरह के धैर्य दिखाने के लिए सलाम करता हूं. अगर मैं उनकी जगह पर होता, पुलिस की गाड़ी में आग लगने के बाद, मैं बदमाशों के सिर में गोली मार देता. पुलिस आसानी से फायरिंग का सहारा ले सकती थी. लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के तहत, पुलिस संयमित है.'

रैली के लिए बाहर से ट्रेनों में सशस्त्र गुंडों को लाई थी भाजपा: ममता
इससे पहले, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि भाजपा राज्य सचिवालय नबन्ना तक के अपने मार्च के लिए राज्य के बाहर से ट्रेनों में बमों से लैस गुंडों को लेकर आई थी. तृणमूल कांग्रेस प्रमुख बनर्जी ने यह भी कहा कि पुलिस मंगलवार के विरोध मार्च के दौरान भाजपा के हिंसक प्रदर्शनकारियों पर गोली चला सकती थी, लेकिन सरकार ने अधिकतम संयम बरता. पूर्व मेदिनीपुर जिले के निमटौरी में एक प्रशासनिक बैठक के दौरान उन्होंने कहा, 'उस रैली में भाग लेने वालों ने कई पुलिसकर्मियों पर बेरहमी से हमला किया... पुलिस गोली चला सकती थी, लेकिन हमारे प्रशासन ने अधिकतम संयम का प्रदर्शन किया.'

रैली के दौरान, भाजपा समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प हुई. भाजपा समर्थकों ने पुलिस पर पथराव किया, एक वाहन में आग लगा दी और एक खोखा (कियोस्क) क्षतिग्रस्त कर दिया. वहीं पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया. इस झड़प में दोनों ओर के कई लोग घायल हो गए. बनर्जी ने कहा कि विरोध मार्च से यात्रियों और व्यापारियों को परेशानी हुई, क्योंकि यह राज्य के सबसे बड़े त्योहार दुर्गा पूजा से कुछ हफ्ते पहले आयोजित किया गया था.

उन्होंने कहा, 'हम लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के खिलाफ नहीं हैं लेकिन, भाजपा और उसके समर्थकों ने हिंसा, तोड़फोड़ और आगजनी का सहारा लिया. उन्होंने संपत्तियों को आग लगा दी और लोगों में भय उत्पन्न किया. हम इसकी अनुमति नहीं देंगे. गिरफ्तारियां की जा रही हैं और कानून अपना काम करेगा.'

यह भी पढ़ें- कलकत्ता HC ने भाजपा की रैली पर पुलिस कार्रवाई के लिए मुख्य सचिव से रिपोर्ट मांगी

अभिषेक बनर्जी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि तृणमूल नेता एक विशिष्ट गुंडे की भाषा बोल रहे हैं. मजूमदार ने कहा, 'पहले मुख्यमंत्री और अब उनके भतीजे लोगों को खुश होने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं.' मजूमदार ने कहा कि इस तरह की टिप्पणी से उनकी घटिया संस्कृति और मानसिकता का पता चलता है. मजूमदार ने कहा कि वो विपक्ष के नेता के बारे में इस तरह की भद्दी टिप्पणी कैसे कर सकते हैं. दरअसल, वह डर के कारण कुछ समझ नहीं पा रहे हैं और इसलिए वह अपनी भाषा पर नियंत्रण खो रहे हैं.

Last Updated : Sep 14, 2022, 11:02 PM IST
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