कानपुर देहातः देशभर में चर्चित एसडीएम ज्योति मौर्या का मामला अभी थमा नहीं है वहीं, कानपुर देहात में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है. एक पति ने आरोप लगाया है कि उसने मजदूरी कर पत्नी को पढ़ाया और उसे सीएचओ (कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर) बनाया. सीएचओ बनते ही पत्नी अलग रहने लगी. वहीं, पत्नी ने पति पर मारपीट का आरोप लगाया है. हालांकि इस मामले में पुलिस दोनों पक्षों से पूछताछ कर रही है. पुलिस ने पूछताछ के लिए पति को हिरासत में लिया है. पुलिस ने पत्नी की तहरीर पर पति के विरुद्ध मारपीट की रिपोर्ट दर्ज की है. हालांकि, उसे हिदायत देकर पुलिस ने छोड़ दिया.
रसूलाबाद थाना क्षेत्र के मैथा गांव निवासी अर्जुन कुशवाहा ने पुलिस की दी तहरीर में बताया कि उसने वर्ष 2017 में जनपद देवरिया निवासी सविता से शादी की थी. शादी के बाद उसने पत्नी को बीएससी नर्सिंग का कोर्स मजदूरी करके कराया. उसकी नौकरी सीएचओ पद पर लगवाई. अर्जुन कुशवाहा ने आरोप लगाया कि नौकरी लगने के बाद सीएचओ पत्नी उससे अलग रहने लगी थी. उसे सीएचओ के चरित्र पर भी बड़ा संदेह है. उसने कई बार साथ रहने की बात कही, लेकिन सीएचओ पत्नी साथ रहने को तैयार नहीं है.
वहीं, पत्नी ने बताया कि पति खुद उसके साथ नहीं रहते हैं. उसके साथ अक्सर मारपीट व गाली-गलौज करते हैं. इस संबंध में उसने रसूलाबाद सीओ तनु उपाध्याय के यहां समझौता के लिए प्रार्थना पत्र दिया है. सीएचओ सविता ने पति अर्जुन कुशवाहा पर सीओ कार्यालय जाते समय मारपीट करने का आरोप लगाते हुए प्रार्थना पत्र दिया, जिसके आधार पर रसूलाबाद थाना पुलिस ने पति को हिरासत में ले लिया है. पत्नी ने ये भी बताया कि न्यायालय में मामला विचाराधीन है व तलाक की प्रतिक्रिया चल रही है. थाना प्रभारी सुरजीत सिंह ने बताया कि मामले में पूछताछ की जा रही है. उन्होंने बताया कि सविता मौर्या की तहरीर पर अर्जुन कुशवाहा के विरुद्ध मारपीट की रिपोर्ट दर्ज कर हिदायत के बाद छोड़ दिया गया है. उन्होंने बताया कि महिला नर्सिंग का कोर्स शादी के पहले से ही कर रही थी. उसने पति के विरुद्ध महिला उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज न करने पर आत्महत्या कर लेने की धमकी भी दी थी. पति अर्जुन कुशवाहा ने तलाक का मुकदमा स्वयं डाला है.