नई दिल्ली : देश में मानव तस्करी सबसे बड़ी चिंता का विषय बना हुआ है. हाल के वर्षों में इसके मामले तेजी से बढ़े हैं. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के ताजा आंकड़ों के अनुसार साल 2021 में देश के अलग-अलग राज्यों में मानव तस्करी के 2189 केस दर्ज हुए हैं. वहीं मानव तस्करी के कुल पीड़ितों में 4062 महिलाएं शामिल हैं. human trafficking.
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों पर नजर डालें तो साल 2020 की तुलना में साल 2021 में मानव तस्करी के मामलों में बढ़ोत्तरी देखी गई है. देश में साल 2021 में दर्ज मामलों की संख्या 2189 है. वहीं 2020 में ये आंकड़ा 1714 था. यानी मानव तस्करी के मामलों में बड़ा उछाल देखा गया है. ये भारत सरकार के लिए भी चिंता का विषय बना हुआ है.
गौर करने वाली बात ये है, कि सभी दर्ज मामलों में कुल पीड़ितों की संख्या 6533 है. इनमें 4062 महिलाएं शामिल हैं. यही नहीं मानव तस्करी से पीड़ित कुल महिलाओं में 1307 पीड़ित नाबालिग हैं. बड़ी संख्या में महिलाओं की तस्करी की शिकायत राज्यों को प्राप्त हुई हैं. जानकारी के मुताबिक पीड़ितों में 2049 महिलाएं ऐसी हैं, जिन्हें देह व्यापार में धकेला गया था. इसके अलावा जबरन मजदूरी करवाने के पीड़ितों की संख्या भी 2704 है. वहीं रिपोर्ट में बताया गया है कि साल 2021 में 6213 पीड़ितों को रेस्क्यू भी किया गया है.
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो ने जो आंकड़े जारी किए हैं, उसके मुताबिक मानव तस्करी के सबसे ज्यादा केस तेलंगाना राज्य में दर्ज किए गए हैं, इनकी संख्या 347 है. वहीं दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र है, जहां 320 केस रिपोर्ट किए गए हैं. असम 203 मामलों के साथ तीसरे नंबर पर है. इसके अलावा दिल्ली में भी मानव तस्करी से जुड़े 92 केस दर्ज किए गए हैं.
साल 2021 में जिन लोगों को मानव तस्करों के चंगुल से आजाद करवाया गया है, उनमें भारत के 6106, श्रीलंका के 38, नेपाल के 8 और बांग्लादेश के 26 पीड़ित शामिल हैं. गौरतलब है कि गृहमंत्री अमित शाह लगातार मानव तस्करी को लेकर राज्यों और केंद्रीय एजेंसियों को दिशा निर्देश दे रहे हैं, ताकि इन मामलों को जल्द खत्म किया जा सके.
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