बेंगलुरु : राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने यहां एक व्यक्ति के परिसरों की तलाशी ली है. इस व्यक्ति के बांग्लादेशी तस्करों और उनके चंगुल में फंसे लोगों के लिए फर्जी पहचान प्रमाण पत्र बनाने में संलिप्त रहने का संदेह है.
यह जानकारी एक अधिकारी ने रविवार को दी. छापेमारी शनिवार को दो जगहों पर की गई.
जांच एजेंसी के अधिकारी ने बताया कि कर्नाटक पुलिस द्वारा एक किराए के मकान में की गई छापेमारी के सिलसिले में बेंगलुरु के राममूर्ति नगर पुलिस थाने में गत जून में 13 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था, जहां से सात बांग्लादेशी महिलाओं और एक बच्चे को मानव तस्करों के चंगुल से छुड़ाया गया था.
अधिकारी ने कहा कि आरोपी महिलाओं को नौकरी दिलाने का झांसा देकर बांग्लादेश से भारत लाए थे लेकिन उन्हें वेश्यावृत्ति के लिए मजबूर किया.
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एनआईए ने भारतीय दंड संहिता, विदेशी (नागरिक) अधिनियम और मानव तस्करी (रोकथाम) अधिनियम की धाराओं के तहत मामला फिर से दर्ज किया था.
एनआईए अधिकारी ने कहा कि तलाशी के दौरान जाली दस्तावेज बनाने के लिए इस्तेमाल किए गए विभिन्न दस्तावेज, हार्ड डिस्क और मोबाइल फोन सहित छह डिजिटल उपकरण जब्त किए गए. अधिकारी ने बताया कि मामले में आगे की जांच जारी है.
(पीटीआई-भाषा)