कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव आठ चरण में होने हैं. आज इसका दूसरा चरण है. इस चरण में 30 विधानसभा सीटों पर वोटिंग हो रही है, लेकिन सभी की निगाहें सबसे हॉटसीट नंदीग्राम पर टिकी हैं. यहां से राज्य की सीएम ममता बनर्जी और भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी चुनावी जंग में हैं. शुभेंदु अधिकारी के लिए जहां, नंदीग्राम नाक का सवाल बन गया है. वहीं, सीएम ममता बनर्जी के लिए करो या मरो का सवाल बना है.
बात अगर केवल नंदीग्राम की करें तो पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में शुरू से काफी चर्चा में रही. कभी ममता के करीबी रहे शुभेंदु ने उनके ही खिलाफ यहां से मोर्चा खोल दिया है. शुभेंदु ने आज वोट डालने से पहले कहा कि राज्य में बीजेपी जीत रही है. लोग विकास के नाम पर वोट कर रहे हैं.
बता दें, 2016 में नंदीग्राम में बीजेपी को एक भी सीट नहीं मिली थी. लेकिन आज समीकरण बदल गए हैं. इस सीट को जीतने के लिए भारतीय जनता पार्टी के सभी बड़े नेताओं ने जोर लगा दिया है. जानकारी के मुताबिक दोपहर 1 बजे तक नंदीग्राम में 56.78 फीसद वोटिंग हुई है.
2016 पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव पर नजर डालें तो यहां से शुभेंदु अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर जीत हासिल की थी. चुनाव जीतने के बाद शुभेंदु अधिकारी को पश्चिम बंगाल सरकार में परिवहन मंत्री बनाया गया था.
पश्चिम बंगाल के 2016 के विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम सीट पर बीजेपी को साढ़े 5 फीसदी से भी कम वोट मिले थे. इस सीट पर कुल वैध मतों की संख्या 2 लाख 01 हजार 552 थी. इनमें से बीजेपी उम्मीदवार बिजन कुमार दास को मात्र 10 हजार वोट ही हासिल हुए थे.
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2016 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में शुभेंदु ने सीपीआई के अब्दुल कबीर शेख को करीब 81 हजार वोटों से हराया था. इन चुनावों में शुभेंदु को 1 लाख से ज्यादा वोट हासिल हुए थे. बात अगर वोट प्रतिशत की करें तो उनको 67 फीसद मत प्राप्त हुए थे. वहीं, उनके प्रतिद्वंदी कबीर को सिर्फ 53 हजार वोटों से संतुष्ट होना पड़ा. इन चुनावों में भारतीय जनता पार्टी तीसरे स्थान पर रही थी.