कोलकाता : पश्चिम मिदनापुर के होटल ने ईटीवी भारत की खबर के प्रोफेसर मालविका दास (बदला हुआ नाम) से माफी मांगी है. साथ ही उन पर लगाया गया 400 रुपये का जुर्माना भी वापस कर दिया है. पश्चिम मिदनापुर के एक होटल की चादरों पर मासिक धर्म के दाग के लिए प्रोफेसर को अतिरिक्त पैसे देने पड़े थे. होटल से चेक आउट करते समय होटल अधिकारियों ने उससे किराए के साथ अतिरिक्त पैसे भी ले लिए थे. क्योंकि बेडशीट में पीरियड के समय होने वाले स्राव के दाग लग गए थे.
प्रोफेसर मालविका दास (बदला हुआ नाम) ने कहा कि उसे पता नहीं था कि होटल की चादरों पर मासिक धर्म के धब्बे दिखाई दे रहे थे. कोलकाता के एक प्रसिद्ध कॉलेज में प्रोफेसर मालविका दास (बदला हुआ नाम) पर इसके लिए विधिवत जुर्माना लगाया गया था. प्रोफेसर को बेडशीट में पीरियड स्टेन के लिए अतिरिक्त भुगतान करना पड़ा था.
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ईटीवी भारत ने सबसे पहले इस समाचार को प्रकाशित किया था. फिर खबर चारों ओर फैल गई. जिसके बाद मालविका दास को वेस्ट मिदनापुर में होटल की ओर से माफी मांगते हुए एक वॉइस मैसेज भेजा गया. इतना ही नहीं, होटल ने जुर्माने के तौर पर लिये गये 400 रुपये भी वापस कर दिये. संपर्क करने पर, मालविका दास ने ईटीवी भारत से कहा कि रिफंड कोई बड़ी बात नहीं है. लेकिन इस पूरी घटना के बारे में मुझे जो बात सबसे ज्यादा खली वह थी 'राइट टू प्राइवेसी'.
उन्होंने कहा कि घटना वाले दिन, जिस तरह से बेडशीट को प्लास्टिक से निकाल कर सबके सामने प्रदर्शित किया गया उससे मेरा बहुत अपमान हुआ था. अभी भी समाज में कहीं न कहीं जागरूकता पैदा करने की जरूरत है. जिस स्तर पर होटल अधिकारियों ने मासिक धर्म जैसी बहुत ही साधारण सी बात को एक मुद्दा बनाया यह मैंने कभी उम्मीद नहीं की थी. होटल अधिकारियों को एक व्हाट्सएप संदेश में, प्रोफेसर से कहा कि आदरणीय महोदया, आपके साथ जो हुआ उसके लिए हमें बहुत खेद है. भविष्य में ऐसा ना हो हम इसका ध्यान रखेंगे. प्रोफेसर ने पूरी घटना में उनके साथ रहने के लिए ईटीवी भारत के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की.