नई दिल्ली: पूर्वोत्तर में ड्रग्स और नशीले पदार्थों की तस्करी एक बड़ा खतरा बन गया है. इसे लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) शनिवार को गुवाहाटी में पूर्वोत्तर राज्यों के सभी मुख्यमंत्रियों और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के साथ बैठक करेंगे.
गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने 'ईटीवी भारत' को बताया कि शाह अपने असम दौरे के दौरान शाम करीब चार बजे सभी मुख्यमंत्रियों और डीजीपी के साथ बैठक करेंगे. अधिकारी ने कहा, 'पूर्वोत्तर राज्यों के सभी सीएम और डीजीपी के साथ राज्य के गेस्ट हाउस में शाम 4 से 5:30 बजे के बीच नशीले पदार्थों के मुद्दे पर बैठक होगी.'
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा के साथ अपनी हालिया बैठक के दौरान, शाह ने इस खतरे से निपटने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर जोर दिया है.
दरअसल, गृह मंत्रालय के निर्देशों का पालन करते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) भी नशीले पदार्थों की तस्करी का पता लगाने के लिए पूर्वोत्तर में कुछ मामलों की जांच कर रही है. अधिकारियों ने कहा कि नशीले पदार्थों की तस्करी में पूर्वोत्तर विद्रोही समूहों की संलिप्तता से भी इनकार नहीं किया जा सकता है. अधिकारियों ने कहा, 'कई मौकों पर मणिपुर और नागालैंड में सुरक्षा एजेंसियों ने कुछ उग्रवादियों को नशीले पदार्थों के साथ गिरफ्तार किया है.'
खुफिया रिपोर्टों से पता चलता है कि बांग्लादेश और म्यांमार से ड्रग्स और नशीले पदार्थों की तस्करी हो रही है. म्यांमार से आने वाले अक्सर मणिपुर, मिजोरम और नागालैंड में ठिकाना ढूंढते हैं. म्यांमार के अफीम की खेती के क्षेत्र से निकटता पूर्वोत्तर राज्यों में ड्रग कॉरिडोर को बढ़ावा दे रही है. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), असम राइफल्स जैसी सीमा सुरक्षा एजेंसियां अक्सर भारत-बांग्लादेश और भारत-म्यांमार के सीमावर्ती क्षेत्रों से अवैध दवाओं को जब्त करती हैं.
इस बीच, गृह मंत्री शाह शुक्रवार से शुरू हुए पूर्वोत्तर राज्यों के अपने तीन दिवसीय दौरे के दौरान उत्तर पूर्वी परिषद, उत्तर पूर्वी स्पाव एप्लीकेशन सेंटर के अधिकारियों के साथ अन्य लोगों से भी मुलाकात करेंगे.
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