लखनऊः उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे प्रदेश की राजनीति भी गरमाती जा रही है. चुनाव में अभी करीब आठ महीने बाकी हैं, लेकिन राजनीतिक पार्टियों में जोड़तोड़, गठबंधन, बयानबाजी और पोस्टरवार शुरू हो गया है. राजधानी लखनऊ में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता की तरफ से पोस्टर और होर्डिंग लगाया गया है. जनता को पार्टी से जोड़ने और वोट करने के लिए होर्डिंग में लोकलुभावन वादों की झड़ी लगा दी गई है.
होर्डिंग में क्या है, यह बताने से पहले आपको बता दूं कि इस तरह के लोकलुभावन वाले पोस्टर समाजवादी पार्टी के समर्थक और कार्यकर्ताओं द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी जमकर पोस्ट और शेयर किए जा रहे हैं. पोस्टर अब सोशल मीडिया से निकल कर सड़क पर आ गए हैं. राजधानी लखनऊ की सड़कों पर लगी होर्डिंग लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गई है.
दरअसल, आयुषी ऊर्फ नेहा श्रीवास्तव के सौजन्य से लखनऊ की सड़कों के किनारे होर्डिंग लगाया है, जिसमें लिखा है कि 'आगामी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर पहली कैबिनेट बैठक में प्रदेश के 10 लाख युवाओं को रोजगार और प्रदेश में 300 यूनिट बिजली फ्री कर दी जाएगी.' होर्डिंग में सपा कार्यकर्ता नेहा श्रीवास्तव के अलावा सपा मुखिया अखिलेश यादव, पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव और प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल की फोटो लगी हुई है. साथ में पार्टी का चुनावी चिह्न भी है. सड़क किनारे लगे इस तरह के होर्डिंग से लोगों के बीच यह चर्चा का विषय बना हुआ है.
इसके इतर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव प्रदेश में विकास की राजनीति की बात करते हुए योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार पर जमकर हमलावर है. एक दिन पहले लखनऊ के पार्टी कार्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने प्रदेश सरकार पर कई जुबानी हमले किए. अखिलेश ने कहा कि मौजूदा प्रदेश सरकार युवाओं के सपनों को मारने का काम की है. पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी प्रदेश के विकास के लिए संकल्प पत्र लेकर आई थी, उस संकल्प पत्र में किए गए वादों पर आज तक काम दिखाई नहीं दिया. बीजेपी की सरकार ने अपने ही संकल्प पत्र को कूड़ेदान में फेंक दिया है.
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अखिलेश ने कहा कि किसान की आय दोगुनी करने का इसमें वादा है, पर उस सम्बंध में कोई ठोस योजना सामने नहीं आई है. उन्होंने कहा कि भाजपा जनता से बड़ी नहीं है. जनता अब बदलाव चाहती है. वह भाजपा को सत्ता से हटाकर ही दम लेगी. जनता ने भाजपा का अत्याचार देखा है. भाजपा ने लोकतंत्र के साथ छल किया है. जनता 2022 में पूरा हिसाब-किताब करेगी.
अब लखनऊ की सड़कों पर लगे इस तरह के पोस्टर को सोशल मीडिया पर देखकर जनता इस पर खूब रिस्पांस भी दे रही है. ट्विटर पर वायरल इस पोस्टर पर बीजेपी और समाजवादी पार्टी के समर्थक आमने-सामने हो गए हैं. बीजेपी समर्थक इसे केजरीवाल इफेक्ट बता रह हैं( पिछले दिनों आप नेता संजय सिंह का अखिलेश यादव के मुलाकात) तो वहीं समाजवादी पार्टी समर्थक इसे अखिलेश यादव का मास्टरस्ट्रोक बताकर प्रदेश में फिर से सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं. हालांकि इस तरह से होर्डिंग और पोस्टर से पार्टी कितना इत्तीफाक रखती है, पार्टी की तरफ से इसपर अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.