चंडीगढ़: विदेशों में पिछले कुछ दिनों से मंदिरों पर हमले की घटनाओं में इजाफा हुआ है. हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में एक धार्मिक स्थल पर तोड़फोड़ किए जाने के बाद अब कनाडा के ओंटारियो में हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की गई है. ओंटारियो प्रांत में स्थित बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर में तोड़फोड़ की घटना सामने आई है. मंदिर की दीवारों पर भारत विरोधी नारे भी लिखे गए हैं. मंदिर के प्रतिनिधियों ने पुलिस को इस बारे में जानकारी देने के साथ ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. वहीं कनाडा की राजधानी ओटावा में भारतीय उच्चायोग ने इस कृत्य की कड़ी निंदा की है.
उच्चायोग ने ट्वीट किया, 'हमने कनाडा के अधिकारियों से विंडसर में बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर की दीवारों पर भारत विरोधी नारे लिखे जाने के घृणित कृत्य से बारे में बात की है. हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं.' वहीं बीएपीएस संगठन ने श्री स्वामीनारायण मंदिर को निशाना बनाए जाने पर खेद जताया है. संगठन के प्रवक्ता ने कहा कि हम अपने मंदिर की दीवार पर भारत विरोधी नारे देखकर हैरान रह गए. मामले में तत्काल कार्रवाई के लिए पुलिस को जानकारी दी गई है. शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपी का सीसीटीवी फुटेज जारी किया है. फुटेज में दिखाई पड़ रह है कि रात के समय में मास्क पहने हुए दो लोग आते हैं और दीवारों पर भारत विरोधी लिखकर फरार हो जाते हैं.
गौरतलब है कि मंदिरों को निशाना बनाने का क्रम वहां पर जारी है. जुलाई 2022 के बाद से यह पांचवीं घटना है जिसमें मंदिरों को निशाना बनाया गया है. फिलहाल अभी मंदिर की दीवार पर स्प्रे पेंट से भारत विरोधी नारे लिखे जाने के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया गया था. साथ ही अलगाववादी खालिस्तान आंदोलन के संस्थापक जनरैल सिंह भिंडरावाले को शहीद बताया गया.
बता दें कि कनाडा में भारतीयों के खिलाफ नफरत और भारत विरोधी गतिविधियों से जुड़े मामले तेजी से बढ़े हैं. हालांकि भारत सरकार के द्वारा इन घटनाओं की उचित जांच कराने की मांग की गई थी. वहीं कनाडा सरकार के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 2019 और 2021 के बीच कनाडा में धर्म, यौन अभिविन्यास और नस्ल से संबंधित घृणा अपराधों में 72 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. इससे अल्पसंख्यक समुदायों खासकर भारतीय समुदाय में डर बढ़ गया है.
हमलों के क्रम में बीते 30 जनवरी को ब्रैम्पटन में गौरी शंकर मंदिर को भी इसी तरह से अपवित्र किया गया था. इसके साथ ही पिछले साल जुलाई में रिचमंड हिल स्थित विष्णु मंदिर में स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा को तोड़ा गया था. वहीं एक हफ्ते बाद, सितंबर 2022 में टोरंटो में बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर के सामने के प्रवेश द्वार पर इसी तरह की बर्बरता की गई थी.
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