बेंगलुरु: कर्नाटक में अजान, हनुमान चालीसा विवाद के बाद कुछ हिंदू नेताओं को हिरासत में लिया गया है. मंदिरों के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. पुलिस शहर के आसपास के कई मंदिरों और राज्य के विभिन्न स्थानों पर पहरा दे रही है. श्रीराम सेना ने घोषणा की थी कि सोमवार सुबह मंदिरों में हनुमान चालीसा बजायी जाएगी. इसलिए मंदिर में सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं. अप्रिय घटनाओं को रोकने के लिए हमें निगरानी में रखा गया है.
मस्जिद में लगे माइक हटाने की मांग: कालीमठ के ऋषिकुमार स्वामीजी रमातारका ने मस्जिदों से लगे माइक हटाने की मांग करते हुए मंथिया का जाप किया. राम जप बैंगलोर में उल्ल्ला के पास हिंदू भक्तों के घर पर आयोजित किया गया. इस जप में हिंदू कार्यकर्ता शामिल रहे. वहीं मैसूर में श्रीराम सेना के संस्थापक प्रमोद मुतालिक ने सुबह सभी मंदिरों में माइक में सुप्रभात बजाकर अजान के खिलाफ अभियान की शुरुआत की.
उन्होंने मीडिया से बातचीत के बाद कहा कि सरकार इस आंदोलन को दबाने का काम कर रही है. आप उन मंदिरों को नोटिस दे रहे हैं जो माइक लगाते हैं. लेकिन आप मस्जिदों को नोटिस क्यों नहीं दे रहे हैं? सुप्रभात गाने जाने वालों को आपने गिरफ्तार कर लिया है. क्या यह सही है? हमने सरकार को मस्जिदों पर लगे माइक को हटाने की डेडलाइन दी थी लेकिन सरकार ने कार्रवाई नहीं की.
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सीएम से मिले मुस्लिम नेता: अजान-भजन संघर्ष के मद्देनजर कांग्रेस अल्पसंख्यक विधायकों का एक प्रतिनिधिमंडल सीएम बसवराज बोम्मई से मिला है. इसमें यूटी खादर, एनए हैरिस और नजीर अहमद शामिल थे. उन्होंने सरकार से राज्य में सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की अपील की है. उन्होंने सीएम को यह भी आश्वासन दिया है कि मस्जिदें सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करेंगी.