शिमला: प्रदेश में बारिश का कहर बरपा रही है. प्रदेश में पिछले दो दिनों में ही 17 लोगों की मौत हुई है. इस दौरान 32 घर भी क्षतिग्रस्त हुए हैं. प्रदेश में 825 सड़कें बंद पड़ी हुई हैं, जबकि 795 पानी की परियोजनाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं. प्रदेश में अब तक 785 करोड़ रुपये की सरकारी संपत्ति का नुकसान हो चुका है. उधर, भारी बारिश के बाद राहत व बचाव कार्य के लिए सरकार ने फील्ड अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां भी कैंसिल कर दी हैं.
प्रदेश में 825 सड़कें बंद भूस्खलन के बाद बंद पड़ी हुई हैं. प्रदेश में मंडी से कुल्लू राष्ट्रीय राजमार्ग-21, लाहौल स्पीति में ग्राम्फू से लोकार राष्ट्रीय राजमार्ग-505, कुल्लू में कुल्लू से मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग-3 और औट से जलोड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग-305, सिरमौर में शिलाई सड़क के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग-707 और तांदी से काधूनाला राज्य राजमार्ग बाधित हैं. 795 जलापूर्ति योजनाएं बाधित हैं.वहीं बीते 24 जून से लेकर 9 जुलाई, 2023 तक प्रदेश में 29 भूस्खलन, एक बादल फटने और 24 बाढ़ की घटनाएं रिपोर्ट की गई हैं.
दो दिनों में 17 लोगों की गई जानें: प्रदेश में भारी से जान माल को भारी नुकसान हो रहा है. बीते दो दिनों में ही करीब 17 लोगों की मौत हुई है. इस अवधि के दौरान एक होटल और 11 घर पूरी तरह से, जबकि 20 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं. 100 से 120 पशुओं की भी मौत हुई है. इस दौरान प्रदेश में भूस्खलन की 20, बाढ़ की 17, आग लगने की 2 और जल भराव की 20 घटनाएं हुईं हैं. इसके साथ ही अब तक प्रदेश में अब तक 72 लोगों की मौत हो चुकी है. 236 घरों को भी बारिश में क्षति पहुंची है जबकि 191 पशुशालाएं भी जमींदोज हुई है. प्रदेश में 366 पशुओं की भी बरसात में अब तक मौत हो गई है.
पीएम मोदी ने सीएम सुक्खू से ली नुकसान की जानकारी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से फोन पर बात कर बरसात से हुए नुकसान की जानकारी ली. उन्होंने हिमाचल को हर संभव मदद का विश्वास दिलाया. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पीएम से फोन पर इस नुकसान को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने हिमाचल के लिए विशेष आर्थिक पैकेज की मांग भी की. सीएम सुखविंदर सिंह की बरसात से हुए नुकसान को लेकर गृह मंत्री अमित शाह से भी बात हुई है. फिलहाल, पीएम नरेंद्र मोदी ने भरोसा दिलाया कि सरकार की सभी तरह से सहायता की जाएगी. सीएम सुखविंदर सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी को अब तक की सारी स्थिति से अवगत करवाया.
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मानसून में 4883 पेजयल योजनाएं प्रभावित: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. पानी और बिजली सहित परिवहन सेवाएं बुरी तरह से बाधित हुई हैं. राज्य में मानसून में 4883 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं. इस कारण कई इलाकों में पीने के पानी की किल्लत हो गई है. सड़कें बंद होने के कारण बसों के एक हजार से अधिक रूट सस्पेंड किए गए हैं. अकेले जलशक्ति विभाग को 350 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हो चुका है. डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने केंद्र से उदार आर्थिक सहायता की अपील की है. डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि भारी बारिश से हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों के 1007 रूटों को सस्पेंड किया गया है. हिमाचल और हिमाचल से बाहर चलने वाली परिवहन निगम की 452 बसें विभिन्न स्थानों पर बारिश के कारण फंसी हुई हैं.
सभी अफसरों व कर्मियों की छुट्टियां रद्द: हिमाचल सरकार ने डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट की शक्तियों का प्रयोग करते अवकाश पर गए हुए सभी अफसरों व कर्मचारियों को तुरंत ड्यूटी पर लौटने का निर्देश दिया है. सभी कर्मचारियों खासकर फील्ड कर्मियों की छुट्टी रद्द कर दी गई है. मुख्य सचिव से इस बारे में आदेश जारी किए गए हैं. वहीं, राज्य सरकार ने प्रदेश वासियों को खासकर उन लोगों को जिनके घर नदियों के आसपास हैं, उन्हें सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा है. साथ ही भूस्खलन की आशंका वाले इलाकों में लोगों को घर से न निकलने की सलाह दी है.
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बिजली की सप्लाई कई इलाकों में प्रभावित: प्रदेश में भारी बारिश से बिजली की लाइनें और खंभे टूट गए हैं. जिससे कई इलाकों में बिजली गुल हो गई है. प्रदेश में प्रदेश में 4597 बिजली के ट्रांसफार्मर बंद हो गए हैं. इससे इन इलाकों में लोगों को बिना बिजली के रहना पड़ रहा है. बिजली विभाग को करीब एक करोड़ से का नुकसान हुआ है. इसके अलावा बागवानी को करीब 70 करोड़ का नुकसान आंका गया है जबकि 41 लाख के करीब नुकसान शहरी विकास विभाग को आरंभिक रिपोट में आंका गया है.
चंद्रताल में फंसे 300 लोगों का किया जा रहा रेस्क्यू: डीसी लाहौल स्पीति राहुल कुमार ने जानकारी दी है कि अतिरिक्त उपायुक्त काजा चंद्रताल में फंसे हुए 300 लोगों को बचाने के लिए बीआरओ, आईटीबीपी, स्थानीय लोगों और राजस्व अधिकारियों की टीम का नेतृत्व कर रहे हैं और वो लोसर के करीब है. जहां से कल सुबह मौसम साफ होते ही राहत और बचाव कार्य शुरू किया जाएगा. राहुल कुमार ने बताया कि सेटेलाइट फोन के जरिये उन्हें स्थानीय प्रशासन से जानकारी मिली की 300 लोग फंसे हैं और सभी सुरक्षित हैं.
बारिश से नुकसान पर 2.84 करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि जारी: राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण (एसडीएमए) के प्रवक्ता ने प्रदेश में भारी वर्षा के कारण हुए जान व माल के नुकसान की स्थिति का निरन्तर जायजा लिया जा रहा है, भारी बारिश के कारण उत्पन्न स्थिति पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू निरन्तर नज़र बनाए हुए हैं. बारिश से नुकसान पर अब तक लोगों को 2.84 करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान की गई है.